छायादार वृक्ष कटवाने का ग्रामीणों ने लगाया आरोप

राजनीत को आधार बनाकर विरोधाभास में लगाए जा रहे यह झूठे आरोप : प्रधान ने कहा

  • दूसरे पक्ष में कार्य पट्टा धारक जहां तालाब की जमीन है पोखर की जमीन है पट्टा पट्टा धारक द्वारा स्वयं कार्य कराया गया जिसमें प्रधान की कोई भूमिका ही नहीं है : यह पक्ष है प्रधान का 
  • जेसीबी से कार्य करवाया जा रहा है कहा कुछ ग्रामीणों ने ।

  • प्रधान पक्ष का तथ्य है उनके अनुरूप कोई भी गलत कार्य नहीं किया गया ना ही मनरेगा कार्य की अवहेलना हुई ।
  • प्रधान पक्ष ने कहा विकास में व शासन के अनुरूप कार्य में कोई वाधा नहीं की जाएगी जैसा कि मेरे द्वारा शपथ लिया गया 
  • ग्रामीणों ने जिलाधिकारी व जिला वन अधिकारी देवरिया को शिकायती पत्र देकर बताया है कि पोखरी पर लगभग 25 बर्षो से अधिक से पेड़ हैदेवरिया।विकास खंड गौरीबाजार के ग्राम पंचायत रसौली के राजस्व गांव मोहनमठ में एक व्यक्ति व उसके सहयोगियों पर छायादार फलदार वृक्ष जबरन कटवाने का ग्रामीणों ने आरोप लगाया है। जिलाधिकारी व जिला वन अधिकारी देवरिया को शिकायती पत्र देकर बताया है कि पोखरी पर लगभग 25 बर्षो से अधिक से पेड़ है जिसे प्रधान व उनके सहयोगियों द्बारा जबरन कटवाया जा रहा है। पेड़ों से अगल बगल के लोगों को गर्मी में छाया व फल प्राप्त होते हैं।

मनरेगा मजदूरों की जगह ग्राम प्रधान के द्बारा जेसीबी से कार्य करवाया जा रहा है।

आगे पत्र मे बताया है कि मनरेगा मजदूरों की जगह ग्राम प्रधान के द्बारा जेसीबी से कार्य करवाया जा रहा है। ग्रामीणों ने मनरेगा डीसी से मिल कर शिकायत करने की बात कही है। वहीं जिला वन अधिकारी को पत्र देकर सम्बन्धित व्यक्तियों पर पेड़ कटवाने के खिलाफ विधिक कार्रवाई की मांग की है।इस बावत जिला वन अधिकारी ने बताया कि अभी छुट्टी पर जा रहा हूं बुधवार को जांच की जाएगी।इस दौरान अन्तलाल राय शिवचन शम्भू आदि लोग शामिल रहे।

पट्टा धारक के द्वारा स्वयं तालाब के किनारे वंदीकरण कराया गया।

वहीं दूसरे प्रधान पक्ष ने बताया कि वहां तहसीलदार लेखपाल व जिसका तालाब की जमीन पर पट्टा है उनके अनुसार यानि पट्टा धारक द्वारा स्वयं के द्वारा तालाब के किनारे वंदीकरण कराया गया।

मास्टर रोल के अनुसार मनरेगा कार्की ना तो हमारे पास अभी कोई आदेश आया ना ही ऐसा कार्य मेरे द्वारा कराया गया

इस बात का हमें कोई संज्ञान नहीं है और वहां कोई वृक्ष है इत्यादि जैसा कि ग्रामीण जन कुछ गलत तरीके से कह रहे हैं यह सब बेवजह है ग्राम प्रधान जो कि काफी बुजुर्ग हैं वह स्वयं जाकर वह देखकर बताया ऐसा कोई कृत्य नहीं किया गया जो शासन के विपरीत हो। वहां पर जो भी नाप तालाब की की गई वह स्वयं पट्टा धारक द्वारा कराई गई पट्टा धारक द्वारा ही कार्य किया गया यह प्रधान पक्ष का तथ्य है उनके अनुरूप कोई भी गलत कार्य नहीं किया गया ना ही मनरेगा कार्य की अवहेलना की गई।

 

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