जो लोग इस टीम का हिस्सा बने उनकी खुशी का तो ठिकाना ही नहीं

चंद्रयान-3 की 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा के सतह पर लैंडिंग होगी.

टीम के दो जनपद जालौन के वैज्ञानिक अतुल निगोतया व अंकुर त्रिगुनायक रहे साथ।

जनपद जालौन का नाम गौरवान्वित करने पर दोनो वैज्ञानिकों को जिलाधिकारी चांदनी सिंह ने दी बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएं।

 

इसरो  द्वारा एलवीएम 3-एम 4 रॉकेट के जरिए अपने तीसरे चंद्र मिशन का किया सफल प्रक्षेपण ।चंद्रयान-3 की 23 अगस्त को चंद्रमा के सतह पर लैंडिंग होगी.
अभी तक के सफल सफर में जहां भारत के जनप्रतिनिधियों के साथ आमजन में खुशी है।

वहीं जो लोग इस टीम का हिस्सा बने उनकी खुशी का तो ठिकाना ही नहीं है.

चंद्रयान-3 की सफलतम प्रक्षेपण करने वाली टीम के दो जनपद जालौन के वैज्ञानिक अतुल निगोतया व अंकुर त्रिगुनायक रहे, चंद्रयान-3 मिशन की सफलता भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी, विश्व में जनपद जालौन का नाम गौरवान्वित करने पर बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएं।

इस मिशन से जुडे ऐसे हर एक व्यक्ति जिसने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका दी है. ऐसे इस मिशन का हिस्सा कोटा की एक बेटी भी बनी है।
जिसने इस उपलब्धि से कोटा के साथ राजस्थान और देश को गौरवान्वित किया है।
राजस्थान कोटा के श्रीनाथपुरम की रहने वाली सुष्मिता चौधरी की लॉन्च व्हीकल की ट्रेजेक्टरी को डिजाइन करने वाली टीम में अहम भूमिका निभाई।

मिशन को सफल बनाने के लिए कई वैज्ञानिकों ने दिन-रात की कड़ी मेहनत की है।
चंद्रयान-3 लैंडर 40 दिनों की यात्रा के बाद 23 अगस्त को शाम लगभग 5.47 बजे चंद्रमा पर लैंड करेगा।

इस महत्वाकांक्षी मिशन के पीछे इसरो प्रमुख एस सोमनाथ का दिमाग माना जाता है।

इन्हें गगनयान (चालक दल मिशन) और आदित्य-एल1 (सूर्य के लिए मिशन) सहित कई अन्य मिशनों को तेजी से पूरा करने का श्रेय दिया गया है

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