कामरेड बाबूराम शर्मा अमर रहें। कामरेड बाबूराम शर्मा को लाल सलाम।।

वह आजीवन मजदूर वर्गीय सामाजिक-राजनीतिक संघर्षों में शामिल रहे कहा कामरेड बाबूराम शर्मा स्मृति आयोजन समिति, देवरिया ने ।

कामरेड बाबूराम शर्मा स्मृति सभा दिनांक:29अक्टूबर2023, रविवार
स्थान : नागरिक प्रचारिणी सभा, देवरिया (राजकीय इंटर कॉलेज, देवरिया के सामने )समय:11बजे दिन  सम्पन्न हुई।

साथियों, यह दुखद सच्चाई है कि दिनांक 9अक्टूबर2023 को कामरेड बाबूराम शर्मा हमें छोड़ कर जा चुके हैं। लेकिन यह भी सच्चाई है कि उनकी विचारधारा और विरासत हमारे बीच मौजूद है।
कामरेड बाबूराम शर्मा अपने छात्र जीवन से ही वामपंथी राजनीति और कम्युनिस्ट आन्दोलन में सक्रिय थे। वे नक्सलबाड़ी आन्दोलन से प्रेरित होकर क्रांतिकारी कम्युनिस्ट धारा में शामिल हुए थे। उन्होंने शिक्षकों और किसानों का आन्दोलन संगठित किया और उनका नेतृत्व किया। वह आजीवन मजदूर वर्गीय सामाजिक-राजनीतिक संघर्षों में शामिल रहे। इससे उन्हें पूरे उत्तर प्रदेश में, खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश में क्रांतिकारी कम्युनिस्ट धारा और मेहनतकश जनता के बीच काफी सम्मान मिला।

आईपीएफ, सीपीआई (माले-लिबरेशन), भारत का लोकजनवादी मंच(पीडीएफआई) , सीपीआई,में महत्वपूर्ण पदों पर रहे। हाल में वे अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा (एआईकेकेएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। वे कारपोरेट परस्त तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हुए ऐतिहासिक किसान आन्दोलन में शुरुआत से ही सक्रिय रहे और दिल्ली के बार्डर पर एआईकेकेएस के कैम्प में लगातार आते रहे थे।
किसान आंदोलन के बारे में जब कहा जा रहा था कि वह तो पंजाब का आंदोलन है, पश्चिमी उत्तर प्रदेश का किसान आंदोलन है ऐसे समय में किसान आंदोलन के लिए 27जनवरी2022 को पूर्वी उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में किसान आंदोलन के लिए का.बाबूराम शर्मा और उनके साथियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था। का.बाबूराम अखिल भारत शिक्षा अधिकार मंच पर पर सक्रिय रहे। कम्युनिस्ट आंदोलनों में जब भी किसी का नाम लिया जाएगा, उनकी एक कड़ी के रूप में कामरेड बाबूराम शर्मा को भी याद रखा जाएगा।
क्रांतिकारी अभिवादन के साथ।
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कामरेड बाबूराम शर्मा स्मृति आयोजन समिति, देवरिया
—     सम्पर्क सूत्र9838797596,7838856058

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