एक फरवरी को 1-19 आयु वर्ग के 16,80,117 लोगों को दी जाएगी पेट के कीड़े मारने की दवाई

5 फरवरी को मॉप-अप दिवस का होगा आयोजन

सभी अभिभावक खिलाये बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवाई:डीएम

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में डीएचएस की बैठक आयोजित

देवरिया जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आज सायं धनवंतरि सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की शासी निकाय की बैठक आयोजित हुई। बैठक में डीएम ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किये जाने एवं आगामी एक फरवरी को आयोजित होने वाली डीवार्मिंग डे को सफल बनाने के संबन्ध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस अभियान में किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न हो, यह बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ एक महत्वपूर्ण अभियान है। सभी लक्षित बच्चों को इस अभियान से जोड़े और उन्हें पेट के कीड़े मारने की दवा अवश्य खिलाएं।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस कार्य में आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ती बढ़-चढ़कर के अपनी भागीदारी निभाये और सभी बच्चों में दवा का वितरण सुनिश्चित करें। इस अभियान में 16,80,117 बच्चे एवं किशोर 1-19 वर्ष आयुवर्ग के चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें पेट के कीड़े मारने की दवा एल्बेंडाजोल की टेबलेट निःशुल्क खिलाई जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि पेट के कीड़े मारने की दवा वर्ष में एक बार अनिवार्य रूप से खाना चाहिए। कई लोग विभिन्न प्रकार की भ्रांति की वजह से पेट के कीड़े मारने की दवा नहीं खाते हैं। ऐसे लोगों को जागरूक करने के लिए पेट के कीड़े से बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले नकारत्मक प्रभाव से अवगत कराया जाए। उन्होंने समस्त अभिभावकों से अपने बच्चों को अल्बेंडाजोल की खुराक खिलाने का अनुरोध किया।
डीएम ने आयुष्मान कार्ड बनाने की धीमी गति पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। जनपद में कुल 10,93,515 कार्ड के लक्ष्य के सापेक्ष 6,70,169 कार्ड बने हैं। डीएम ने ऐसे गांव को चिन्हित करने का निर्देश दिया जहां आयुष्मान कार्ड कम संख्या में बने हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे गांव में विशेष कैंप आयोजित करके लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। डीएम ने जेनेरिक दावाओं को प्रोत्साहन देने के लिए विशेष रणनीति बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जेनेरिक दवाई ब्रांडेड की तरह ही प्रभावी है। मेडिकल री-इंबर्समेंट में जेनेरिक दावों का ही रेट लगाया जाए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने आशा के कार्यों की सतत निगरानी करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए तथा 6 से अधिक समय से निष्क्रिय रहने वाली एवं शून्य वीएचएनडी सेशन करने वाली आशाओं को सेवा से बाहर करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहन देने का निर्देश दिया। दिसंबर माह में जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत 29,147 प्रसव दर्ज किए गए हैं।
इस दौरान मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजेश बरनवाल, सीडीओ प्रत्यूष पांडेय, सीएमओ डॉ राजेश झा, एसीएमओ डॉ संजय कुमार, एसीएमओ डॉ सुरेंद्र कुमार चौधरी, डॉ संजय चंद, डीसीपीएम डॉ राजेश, सहित विभिन्न जनपद स्तरीय अधिकारी एवं एमओआईसीगण उपस्थित थे।

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