*हज जाने के पूर्व परिजनों व रिश्तेदारों व समाज के लोगो ने फूल माला पहना कर किया विदा*

पूँछ झाँसी हज यात्रा इस्लाम धर्म के पांच मूल स्तंभों में से एक है सहादा, नमाज, रोजा, जकात व हज जिसमे पाच मे स्थान पर आता है। हज यात्रा एक धार्मिक कर्तव्य है। जिसे अपने जीवन काल मे कम से कम एक बार हर उस मुस्लिम स्त्री हो या पुरुष का कर्तव्य है जो सक्षम शरीर से हो वही आज कस्बे के रेलवे विभाग से रिटायर कमरुद्दीन एवं उनकी पत्नी अजीजन, दौनो आज हज यात्रा के लिए रवाना हुए जिसमे रवानगी के पूर्व मुस्लिम धर्म गुरु के द्वारा मीलाद, आदि कार्यक्रम समपन्न किये गए वही मौजूद लोगों ने दौमो पति पत्नी को फूलमाला मिस्ठान व उपहार भेंट कर यात्रा के लिए बिदाई दी इस दौरान मुख्यरूप से समसुद्दीन, जामिलुद्दीन, फइमुद्दीन, सुहेल मंसूरी, समसुल रहमान, साबिर नेता, सिकंदर खान, शेरू खान जावेद खान कल्लू खान नबीस खान, नवाजिश गफ्फार, समसुल हसन, मुरवाद मुहम्मद, आदि मौजूद रहे ।

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