प्रताप सैनिक क्लासेस उरई के आठ छात्र-छात्राओं ने पास की सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा। उरई नगर मे बना खुशी का माहौल। 

■ प्रताप सैनिक क्लासेस उरई के डायरेक्टर ने तय कराया बच्चो को जीरो से हीरो बनाने का सफर।

यदि आप अपने बच्चे के लिए सैनिक स्कूल में प्रवेश चाहते हैं तो आप एक उपयुक्त कोचिग इंस्टिट्यूट की बात करेंगे  जब हम ‘सैनिक’ शब्द सुनते हैं तो सबसे पहली चीज जो दिमाग में आती है वह है व्यक्तित्व, दृष्टिकोण, बहादुरी, अनुशासन, शक्ति, बलिदान और भी बहुत कुछ, लेकिन ये सभी गुण एक साथ हर किसी के बस की बात नहीं हैं। ये वो गुण हैं जो केवल एक सैनिक में ही पाए जा सकते हैं। लेकिन हम जिस शब्द पर चर्चा करने जा रहे हैं वह सैनिक स्कूल है तो सैनिक स्कूल क्या है कैसे तैयारी करेगे। और आपके अपने शहर मे क्या बेहतरीन कोचिग उपलब्ध हैं ऐसे कई प्रश्नों से बच्चों के अभिभावक गण कई शंकाओ से घिरे रहते हैं।

आपको बता दे कि सैनिक स्कूलों का मुख्य उद्देश्य भारतीय रक्षा को एक जिम्मेदार और अच्छी तरह से प्रशिक्षित अधिकारी प्रदान करना है।भारत में इस समय कुल 33 सैनिक स्कूल हैं। सैनिक स्कूल में रहने का लाभ व्यक्तित्व में सर्वांगीण विकास होता है। कैरियर-आधारित शिक्षा प्रदान की जाती है क्योंकि छात्र का उद्देश्य देश के लिए रक्षा सेवाओं में शामिल होना है।

इसी क्रम मे आज उरई मे जो कोचिंग इंस्टिट्यूट इस समय बच्चों के लिए शिक्षा का मुख्य विकल्प व अभिभावकों के लिए पसंदीदा बनता जा रहा है उस इंस्टिट्यूट का नाम है प्रताप सैनिक क्लासेस।जी हाँ आपको बता दे यहां एक दो छात्र नही बल्कि दर्जनों छात्रों द्वारा प्रत्येक वर्ष में सैनिक स्कूल के लिए प्रवेश दिलाया जाता है ।यह प्रताप एजुकेशन सेंटर उरई नगर को गौरांवित कर रहा है यहां से कई बच्चों का प्रतिवर्ष सैनिक स्कूल के लिए प्रवेश हो जाता है

यहाँ प्रताप एजुकेशन सेंटर पर आंखों में सपने लेकर क्लासेस में रोजाना करीब 150 बच्चे, जिनमें लड़के और लड़कियां शामिल हैं, सैनिक स्कूल में दाखिला लेने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। साथ ही ही यहाँ  हॉस्टल सुविधा भी उपलब्ध है।   इस कोचिंग को लेकर पूरे उरई नगर क्षेत्र में बच्चों व उनके अभिभावकों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।

हर मां-बाप का सपना होता है कि उनके बच्चों को अच्छे से अच्छे स्कूलों में शिक्षा मिले और वे पढ़-लिखकर अच्छी नौकरी पा सकें। बहुत से लोग किसी न किसी वजह से अपने बच्चों को अच्छे स्कूलों में शिक्षा दिलाने में असमर्थ होते हैं। जैसे कि सैनिक स्कूल में दाखिला लेना। परंतु यहां सैनिक क्लासेस के डायरेक्टर सुमित प्रताप यादव ने पत्रकारों को वार्ता दौरान बताया कि हमारे यहां प्रतिवर्ष एक एग्जाम कराया जाता है जिस एग्जाम में यह ध्यान रखा जाता है कि अर्थव्यवस्था से जूझ रहे टैलेंटेड बच्चों को भी आगे लाया जाये । इस कार्य से पूरे उरई क्षेत्र के लोगों में खुशी है।

इस प्रकार की तैयारी के लिए बड़े मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। छात्र सैनिक स्कूल के लिए कोचिंग में जाते हैं और प्रवेश परीक्षा के लिए खुद को तैयार करते हैं क्योंकि यहां प्रताप सैनिक क्लासेस में कोचिंग का मतलब केवल पाठ्यक्रम को कवर करना नहीं है यह छोटे और नवीनतम परिवर्तनों के बारे में है जो आपको संबंधित हर चीज़ के बारे में अपडेट रखता है। साथ ही शिक्षक उस हिस्से पर काम करते हैं जहां आपमें कमी है यह आपकी कमजोरी का पता लगाता है और आपको उससे उबरने में मदद करता है। प्रताप सैनिक क्लासेस सैनिक स्कूल के लिए कोचिंग अध्ययन का एक योजनाबद्ध तरीका प्रदान करती है जो प्रवेश परीक्षाओं के दबाव को कम करती है।साथ ही सैनिक स्कूल के लिए कोचिंग आपको मॉडल पेपर असाइनमेंट और मॉक टेस्ट जैसी उनकी प्रदान की गई सामग्री से परिचित होने में मदद करती है।
प्रताप एजुकेशन सेंटर में छात्रों को अच्छे अध्ययन संसाधन प्रदान किए जाते हैं जो उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करते हैं।

यह एजुकेशन सेंटर बच्चो को जीरो से हीरो बनाने का कार्य करता है।
प्रताप एजुकेशन सेंटर के अमित प्रताप सिंह ने बताया हमारा लक्ष्य बच्चों की नीव को मजबूत करना है
हम यहाँ RIMC, CHS व सैनिक स्कूल लखनऊ आदि की तैयारी करते हैं।

आगे उन्होंने प्रताप एजुकेशन सेंटर व प्रताप सैनिक क्लासेस पर चर्चा करते हुए हमे विस्तार से क्या-क्या बताया डायरेक्टर सुमित प्रताप यादव ने आइये सुनवाते है आपको और हाँ कितने सारे बच्चों ने सैनिक स्कूल के लिए अच्छी रैंक के साथ प्रवेश लिया है। आइये देखते हैं प्रताप एजुकेशन सेंटर भ्रमण रिपोर्ट मे।

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