पीठाधीश्वर श्री महावीर दास ब्रह्मचारी पारीछा ने अपने प्रवचन के दौरान जनमानस को संदेश दिया कि भाइयों में प्रेम होना चाहिए।
■ सम्मान होना चाहिए देखना है तो भारत भाई को देखिए
उरई नगर में चल रहे श्री रामचरितमानस सम्मेलन में श्री हिंदू महिला अखंड आश्रम उरई माहिल तालाब पर राम कथा के भव्य आयोजन में आज श्री महावीर दास जी ब्रह्मचारी पारीछा पीठाधीश्वर महाराज श्रीमती अखिलेशरी अखिलेश्वरी शर्मा मानस कोकिला ऐट पंडित अखिलेश उपाध्याय मानस मर्मज्ञ गाज़ीपुर पंडित राम जी रामायणी ऐट पंडित संतोष गौतम मंच संचालक उरई प्रमुख केंद्र बिंदु रहे।
वहीं सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा ने पीठाधीश्वर श्री महावीर दास जी ब्रह्मचारी पारीछा महंत जी का माल्यार्पण कर आशीर्वाद प्राप्त किया वही शिवम गुप्ता जी द्वारा सदर विधायक को सम्मानित किया गया। मानस सम्मेलन के उपरांत कमेटी व कार्यरत सभी बन्धु जनो को द्वारकाधीश जी का स्मृति चिन्ह भेटकर व शाल ओढाकर फूलमाला पहनाते हुये सम्मानित किया गया।
साथ रहे राजेश्वर दयाल गुप्ता जी मंत्री के परिवार के सभी सदस्य गण रमेश पंचल उपाध्यक्ष जी के परिवार के सभी सदस्य गण अवनीश चंद्र द्विवेदी अध्यक्ष जी के परिवार जी के सभी सदस्य गण के साथ उरई नगर के सभी संभ्रांत श्रद्धालु जन ।
वही फोकस न्यूज 24×7 के संपादक विनय पचौरी जी का माल्यार्पण करते हुए शाल उड़ाकर स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए सम्मानित किया गया व उन्होने पीठाधीश्वर श्री महावीर दास जी ब्रह्मचारी पारीछा से आशीर्वाद प्राप्त किया।
साथ में सत्संग सरोवर में नगर की हजारों श्रद्धालु जनों ने डुबकी लगाकर अपने मनमानस को पवित्र बना लिया
पीठाधीश्वर श्री महावीर दास ब्रह्मचारी पारीछा ने अपने प्रवचन के दौरान जनमानस को संदेश दिया कि भाइयों में प्रेम होना चाहिए सम्मान होना चाहिए देखना है तो भारत भाई को देखिए बनवास के दौरान उन्होंने राम के चरणो की रज पाकर ही विभोर हो गये।
आप समझ सकते हैं कि भारत के हृदय में राम बैठा है
पर आज न जाने कितनों के हृदय में काम लोभ मद अंहकार बैठा है और यह सब मानव को कलंकित कर देता है।
अगर जिसे बैठाना है तो अपने हृदय में प्रभु राम को बैठाएं जैसे कि हनुमान के हृदय में प्रभु राम बैठे ।
इसलिए प्यारे भक्त के हृदय में परमात्मा बैठता है जब तुम भक्त बन जाओगे तो तुम्हारा ह्रदय में भी परमात्मा विराजमान हो जाएंगे और तुम्हारा जीवन भक्तिमय हो जाएगा।
अपनी वाणी को विराम देते हुए उन्होंने सीता राम राम राम राजा राम राम राम सीताराम राजाराम की धुन में धुन भजन करते हुए भक्ति मे लीन होकर प्रभु हनुमान जी का आह्वान कर भक्तो को आशीर्वाद दिया।