प्रगतिशील भोजपुरी समाज का एक दिवसीय धरना सम्पन्न

प्रतापपुर, देवरिया, प्रगतिशील भोजपुरी समाज,जनपद देवरिया(उ0 प्र0) के तत्वाधान में टाउन हॉल पार्क में भोजपुरी भाषा को संवैधानिक मान्यता दिलाने हेतु धरना दिया गया।

धरना को सम्बोधित करते हुए प्रभोस के जिला प्रवक्ता रविंद्र यादव ने कहा कि भोजपुरी। भाषा एक आदर्श भाषा रही हैं।जो लगभग 5000 वर्ष पुरानी हैं।विश्व के लगभग 25 करोड़ लोगों की जुबान है।भोजपुरी स्वंय में एक सभ्यता, संस्कृति और जीवन शैली हैं।प्रभोस के मीडिया प्रभारी विकास तिवारी(विक्की) ने कहा ,यह भाषा भारत के 100 संसदीय क्षेत्र में प्रभाव रखने वाली भाषा है।लेकिन आजादी की 76 वर्ष बाद भी भारत सरकार ने संविधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज न कर भोजपुरियो के साथ घोर अन्याय किया है।वरिष्ठ साहित्यकार व कवि सौदागर सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार ने मातृभाषा में क्षेत्रिय लोगो को शिक्षा प्रदान करने के बारे में घोषणा की है, लेकिन जब तक भोजपुरी भाषा को संवैधानिक अधिकार नहीं मिलेगा, तब तक भोजपुरी भाषीयो को अपनी मातृभाषा में शिक्षा से वंचित कर घोर अन्याय किया जाता रहेगा।

कार्यक्रम के संयोजक एवं जिला सचिव प्रभोस सुरेश कुमार ने कहा कि इस युग के महान दार्शनिक सामाजिक, आर्थिक दर्शन प्रउत(प्रगतिशील उपयोगी तत्व)के प्रणेता श्री प्रभात रंजन सरकार के क्षेत्रिय अभिव्यक्ति व सामाजिक दृष्टिकोण के सिद्धांत पर बना प्राउतिष्ट सर्व समाज की अंगीभूत इकाई प्रगतिशील भोजपुरी समाज के 27 जनपदों के जिला मुख्यालयों पर आज भोजपुरी भाषा को संवैधानिक मान्यता हेतु धरना प्रदर्शन हो रहा है।पूर्ब चेयरमैनडॉ जगन्नाथ सिंह ने कहा कि प्रगतिशील भोजपुरी समाज 1965 से ही भोजपुरी को संवैधानिक अधिकार हेतु संघर्ष कर रहा है।सुखारी प्रसाद ने कहा कि भोजपुरी भाषा भारत के सभी शहरों व विश्व के कई देशों में बोली जाती है।

धरना की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि सौदागर सिंह ने किया,और संचालन वरिष्ठ पत्रकार मनोज भारती ने किया। धरना में फगुराज सिंह, चंदन सिंह प्रधान, नन्हें यादव, डॉ उपेन्द्र सिंह,राजू कुशवाहा, रविन्द्र यादव, प्रभुदयाल कुशवाहा, बलिंद्र यादव,पिंटू यादव,अंगद सिंह,फागुराज सिंह,बुटन यादव,प्रभुदयाल गुप्ता,विकास तिवारी, नितेश सिंह,मोहन यादव,हरेराम राजभर,रामकिशोर चौहान, श्रीमती पूजा,सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

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