संपूर्ण समाधान दिवस में आई कुल 33 शिकायतो मे से 11 का डीएम और एसपी ने मौके पर ही समाधान किया।

उरई। जनता की समस्याओं का त्वरित गति के साथ निस्तारण संभव हो सके इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में माह के प्रथम व द्वितीय शनिवार को तहसील संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया जाता है। जिसके क्रम में जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक डॉ० दुर्गेश कुमार व विधायक सदर गौरी शंकर वर्मा की अध्यक्षता में उरई तहसील के सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया गया। जिलाधिकारी ने समस्याओं को बहुत ही गंभीरता के साथ सुनने के उपरांत विभागीय अधिकारियों के माध्यम से मौके पर ही उनका निराकरण करने के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी फरियादी समस्या के समाधान के उद्देश्य से ही सरकारी कार्यालयों में आता है। इसलिए जनता की समस्या का समाधान करना हम सबके लिए सर्वोपरि है। कोई भी फरियादी तहसील दिवस/किसी भी कार्यालय से निराश होकर नहीं जाना चाहिए। पारदर्शिता के आधार पर संबंधित को नियमानुसार न्याय दिया जाए जब तक फरियादी द्वारा की गई शिकायत के समाधान से संतुष्ट नहीं हो जाएं तब तक शिकायत का समाधान नहीं माना जाएगा।

 

जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए शासन द्वारा संचालित समस्त जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जन-जन तक जनपद के हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। संबंधित विभाग के अधिकारी सोशल मीडिया के माध्यम से अन्य माध्यमों से शासन की योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं, जिससे कि आम आदमी भी योजना से सीधे जुड़ सकें और लाभान्वित हो सकें। आज के संपूर्ण समाधान दिवस उरई में कुल 33 शिकायतें प्राप्त हुई जिसमे से 11 शिकायतो का मौके पर ही निस्तारण किया गया, शेष शिकायतो के निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि संबंधित शिकायतो का स्थलीय निरीक्षण कर निस्तारण ससमय,गुणवत्तापूर्ण व पारदर्शी तरीके से किया जाए इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। जिलाधिकारी ने आईजीआरएस पोर्टल की शिकायतो के संबंध में निर्देशित किया कि आईजीआरएस पोर्टल पर कोई भी शिकायत लम्बित न रहे, सयुंक्त टीम मौके पर पहुंच कर शिकायत का तत्काल निस्तारण करे, और शिकायत कर्ता के संतुष्ट होने पर ही शिकायत का निस्तारण माना जाएगा, शिकायत के निस्तारण करने में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

 

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र देव शर्मा, प्रभागीय वनाधिकारी प्रदीप यादव, उप जिलाधिकारी न्यायिक सौरभ पांडे, तहसीलदार, डीसीएनआरएलएम महेंद्र चौबे, परियोजना निदेशक अखिलेश तिवारी, उप कृषि निदेश एस के उत्तम आदि सहित सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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