पालिका प्रशासन के लिए जल संरक्षण की अहमियत दो कौडी की, चुर्खी रोड बनाने में दोनों ओर तोड डाली वाटर लाइन

 

उरई।

जल संरक्षण की अहमियत को नकारते हुए चुर्खी मार्ग की सडक का पुर्न निर्माण करा रही नगर पालिका ने रोड के दोनों ओर पेयजल पाइप लाइन तोड डाली। यही नहीं बिना मरम्मत कराये मटैरियल बिछाकर अब रोड रोलर चलवाना शुरू कर दिया गया है जिससे दोनों ओर जल धारा तालाब का नजारा बना रही है। पानी की इस बरबादी पर किसी को कोई रहम नहीं आ रहा है।

बुन्देलखण्ड के सभी जनपदों को सूखा प्रभावित माना जाता है क्योंकि इस अंचल में औसत से कम बारिश होती है। इस कारण गर्मी की आहट शुरू होते ही प्रशासन को पेयजल के लिए हाहाकार न मचने देने के प्रति शासन से एलर्ट किया जाने लगता है। साथ ही जल संरक्षण की कवायद भी तेज की जाने लगती है। लेकिन लगता है कि नगर पालिका केे प्रशासन को इसका कोई इल्म नहीं है। वरना उसकी हिम्मत इतनी बेदर्दी से पानी की बरबादी की नहीं हो सकती थी।

इस संदर्भ में यह भी गौर करने लायक है कि पालिका ने नये सिरे से उक्त सडक बनाने के लिए उस पाइप लाइन को तोडा है जो जिले की सबसे आला अफसर डीएम के कार्यालय को सप्लाई देती है। अब देखना है कि पालिका की यह जुर्रत संज्ञान में आने के बाद डीएम महोदया इस पर क्या एक्शन लेती है

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