ॐ 22 जनवरी… नोट कर लीजिए राम मंदिर की तारीख ॐ
卐तस्वीरों में देखें कितनी तेजी से चल रहा है काम卐
■ अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है।
■निर्णय लिया गया कि 10 करोड़ श्रद्धालुओं को रामलला का चित्र बांटा जाएगा
■अक्षत को देश के 5 लाख गांवों में वितरित किया जाएगा।
■उसी शाम अपने घर के बाहर सरसों तेल के पांच दीये जला कर खुशी मनाएं।
इसमें निर्माण कार्य की समीक्षा की गई। व निर्णय लिया गया कि 10 करोड़ श्रद्धालुओं को रामलला का चित्र बांटा जाएगा। अक्षत का भी वितरण कार्य शुरू हो गया है।
बैठक में प्राण- प्रतिष्ठा कार्यक्रम के अलावा मंदिर निर्माण से जुड़े अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई
बताया गया कि मंदिर के शिखर पर 24 दिसंबर 2024 को पताका फहरा दी जाएगी।
इसका अर्थ यह है कि इस तिथि तक मंदिर का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा
अभी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारी पर सारा फोकस है। 25 हजार लोगों के टिकट से लेकर उनके ठहरने और भोजन की व्यवस्था की जा रही है
अक्षत को देश के 5 लाख गांवों में वितरित किया जाएगा।
इसके लिए देश भर के कई गांवों से 5-5 लोग बुलाए जाएंगे जो 50 केंद्रों पर से 1 जनवरी से 15 जनवरी 2024 तक प्लान तैयार कर इसका वितरण करवाएंगे। वे इन गांवों के लोगों से अपील करेंगे कि वे अपने गांव के मंदिरों में ही प्राण प्रतिष्ठा का आनंदोत्सव मनाएं। टीवी पर अयोध्या का लाइव प्रसारण देखें
गांवों के मंदिरों पूजा-अनुष्ठान आरती प्रसाद वितरण करें और उसी शाम अपने घर के बाहर सरसों तेल के पांच दीये जला कर खुशी मनाएं।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर में स्थापित रामलला की सुंदर फोटो खींची जाएगी। इसे लाखों की संख्या में छपवा कर श्रद्धालुओं को प्रसाद के साथ वितरित किया जाएगा। इस तरह रामलला की फोटो 10 करोड़ घरों तक पहुंचाने का कार्यक्रम बनाया गया है।
अभी एक हजार अस्थाई शौचालय का निर्माण, 25 हजार लोगों के लिए अस्थायी आवास और प्रशासन के सहयोग से उदया स्कूल के पास भी टेंट सिटी बसाने पर सहमति बनी है
अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 5 फरवरी 2020 से 31 मार्च 2023 तक 900 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
और ट्रस्ट के बैंक खातों में अभी भी 3000 करोड़ रुपये हैं।
ट्रस्ट ने विदेशी मुद्रा में दान लेने की कानूनी प्रक्रिया समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की है और राम मंदिर का 500 साल का इतिहास और 50 साल के कानूनी दस्तावेज रखने के लिए राम कथा संग्रहालय का गठन किया जाएगा।
मंदिर निर्माण का अंतिम चरण जनवरी 2025 तक होगा