फर्जी मुकदमे से नाम न हटाने पर डॉक्टर ने दी अनशन की चेतावनी

 

पांच वर्षों से न्याय के लिए भटक रहे पीड़ित डॉक्टर

 

प्रतापपुर,देवरिया,10 दिसम्बर, रविवार

श्रीरामपुर थाना क्षेत्र के टोला अहिबरन राय निवासी एक डॉक्टर ने फर्जी मुकदमे में फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए न्याय न मिलने की स्थिति में 16 दिसम्बर से पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर सपरिवार आमरण अनशन की चेतावनी दी है।पीड़ित डॉक्टर ने इस आशय का पत्रक एसपी से मिलकर सौंप दिया है।एसपी को सौंपे गए पत्रक में श्रीरामपुर थाना क्षेत्र के टोला अहिबरन राय गांव निवासी डॉ दिलीप कुमार पुत्र डॉ ध्रुव कुमार ने कहा है कि वर्ष 2018 में मैं एसडीए मेडिकल कॉलेज रांची में मेडिकल का छात्र था।दिनांक 01-05-2018 को मेरे छोटे भाई की शादी थी।उसमें शरीक होने के लिए मैं गांव आया था।उससे पहले दिनांक 28-04-2018 को तत्कालीन थानाध्यक्ष खामपार द्वारा हरेराम चौराहा पर वाहन चेकिंग की जा रही थी।उस दौरान पुलिस द्वारा जनता के साथ की गई बदसलूकी के कारण चौराहा की जनता अचानक उग्र हो गई व मारपीट की नौबत आ गई।किन्तु मामला किसी तरह से शान्त हो गया।लेकिन पुलिस ने अपना अपमान समझकर तमाम लोगों के साथ मेरे खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर दिया।डॉक्टर का कहना है कि उस समय मैं अपने भाई की शादी की खरीददारी के लिए देवरिया स्थित एक मॉल में मौजूद था।उसका सीसीटीवी फुटेज भी मेरे पास उपलब्ध है।अतः गंवई राजनीति के चलते कुछ लोगों के कहने पर पुलिस ने मुझे फर्जी तरीके से मुकदमा में फंसाया है।पीड़ित डॉक्टर का कहना है कि इसे लेकर मैं पांच वर्षों से न्याय के लिए भटक रहा हूँ।मेरे द्वारा एसपी,डीएम,डीआईजी, आईजी, डीजीपी,मुख्यमंत्री,प्रमुख सचिव गृह, मानवाधिकार आयोग,प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, मा० हाईकोर्ट, मा० सुप्रीम कोर्ट को प्रार्थनापत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगाई जा चुकी है।पीड़ित डॉक्टर का कहना है कि मुख्यमंत्री कार्यालय के पांच-पांच बार आदेश के बावजूद भी उक्त घटना के दिन मुझे एक मॉल में खरीददारी के लिए मौजूद रहने सम्बन्धित सीसीटीवी फुटेज की जांच नहीं की जा रही है।एसपी देवरिया को पत्रक सौंपकर पीड़ित डॉक्टर ने कहा है कि यदि दिनांक 15-12-2023 तक मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं दिनांक 16-12-2023 से पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर सपरिवार आमरण अनशन करूंगा।इसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

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