भक्तों की विशेष प्रेम के कारण अवतरित होते हैं भगवान: चिन्मयानंद बाप

 

प्रदर्शनी ग्राउंड टाउन हॉल के सामने चल रही श्री राम कथा के तीसरे दिवस में बापूजी ने कथा के क्रम को आगे बढ़ते हुए कहा कि माता सती ने भगवान शिव से छुपाया की उन्होंने भगवान राम की परीक्षा ली और इसी कारण से उन्हें अपनी देह त्याग करनी पड़ी बापूजी ने कहा कि पति-पत्नी का रिश्ता प्रेम और विश्वास से भरा होता है और यदि उसमें कपट आ जाए तो जिस तरह दूध और पानी एक साथ मिले रहते हैं और उनमें खटाई पड़ जाए तो दूध अलग और पानी अलग हो जाता है इस प्रकार कपट से ही पति-पत्नी के संबंधों में भी विघटन पैदा होने लगता है इसलिए पति-पत्नी को चाहिए कि आपस में एक दूसरे के प्रति किसी भी तरह का कपट ना रखें कथा को शिव विवाह की और ले जाते हुए बापू ने कहा कि भगवान शिव अपनी बारात में नंदी पर बैठकर गए मानो उन्होंने दुनिया को संदेश दिया कि नंदी धर्म का प्रतीक है आप भी किसी भी जीवन की यात्रा पर जाएं तो धर्म के साथ चले धर्म को छोड़कर किसी भी कार्य को ना करें भगवान शिव ने अपने शरीर पर मुर्दे की भस्म लगाकर यह संदेश दिया कि हम जीवन में कितना भी सजावट कर ले लेकिन बाद में यह शरीर एक दिन भस्म ही होना है हमें सत्य को नहीं भूलना चाहिए कथा के माध्यम से धूमधाम से भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह उत्सव मनाया गया बाद में राम जन्मोत्सव की कथा सुनाते हुए राम जन्म के पांच कारण बताते हुए बापूजी ने धूमधाम से प्रभु राम का जन्मोत्सव कथा के माध्यम से मनाया भक्तों ने आज खूब आनंद उत्सव मनाया पूरे पंडाल में श्रोता बाहर तक खड़े होकर कथा का आनंद ले रहे थे मानो ऐसा लगा कि अयोध्या की राम आज उरई की धरा पर ही प्रकट हो गए हो कथा में विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट की पदाधिकारी बृज किशोर गुप्ता, शरद शर्मा, शैलेंद्र गुप्ता विनायक, सत्य प्रकाश गुप्ता, दिलीप गुप्ता रामू, सुरेश पुरवार, प्रदीप पुरवार, महेंद्र गुप्ता, श्याम शर्मा, जेपी राजपूत, कार्तिकेय गुबरेले

मुख्य यजमान के रूप में श्री राम जी लाल सेठ श्रीमती कमला सेठ और हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्तगण उपस्थित रहे

Share.