खबर छापने से तिलमिलाए प्रभारी चिकित्साधिकारी ने दुकानदारों को धमकाया

जनपद के अन्तिम छोर पर बने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटा में तैनात चिकित्साधिकारी आजकल चर्चा में अपने कारनामों से बने हुए हैं। चर्चा तो राम की भी हुई है और चर्चा तो रावण की भी हई थी पर कर्म दोनों के अलग-अलग है यहां के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी जी की क्या श्रेणी है अंदाजा आप स्वयं लगा सकते हैं लेकिन यहां शासन में योगी सरकार है तो रावण राज तो हो ही नहीं सकता तो यहां प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को अपने अड़ियल रवैया को बदलना ही होगा अन्यथा सरकार को दिखाना होगा उन्हें कोई नया रास्ता जनता से नम्रता से बात करने का

 

यहां के परेशान दुकानदार अपनी समस्या को मुख्य चिकित्सा अधिकारी मंत्री गण व जिलाधिकारी के समक्ष जाकर भी रखने की बात कर रहे हैं जिससे उन्हें भय से राहत मिल सके और आए दिन प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा दिए जा रहे  शब्दों की बौछार के 420 वोल्ट से बचा जा सके प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा दुकानदारों को जान से मारने की धमकी भी दे जाते हैं लोग क्या करें उनमें तो डर का माहौल बन गया है

शुक्रवार को समाचार पत्र में अस्पताल के जल जमाव एवं अन्य स्थिति के सम्बन्ध में खबर छपी थी। सुबह खबर पढ़ते ही चिकित्साधिकारी भड़क गए और अस्पताल परिसर के बाहर दुकानदारों पर अपना गुस्सा निकालते हुए अपने सरकारी मुलाजिम होने का धौंस दिखाए। अब यहां के जनप्रतिनिधियों ने उच्च स्तर पर जांच की मांग कराए जाने की बात कही है यहां के दुकानदारों से

बताते चलें पूर्व में भी चिकित्साधिकारी अपने अलबेले कार्यो के लिए भी प्रचलित रहें।

  • किसी के द्वारा स्टाफ की संख्या पूछने पर आपा खो देना। और तुरत दशानन रूप प्रभावी हो जाता है
  • विगत दिनों क्षेत्र पंचायत बनकटा के प्रधानों एवं जनप्रतिनिधियों की बैठक में देर से जाने पर खण्ड विकास अधिकारी बनकटा द्वारा जानकारी लेने पर अधिकार बताते हुए भड़क गए जिससे सदन में शोरगुल हुआ।
  • यही जलभराव के कारण अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीज गिर कर हो रहे हैं चोटिल
  • जलजमाव के कारण मरीज हो रहे हैं चोटिल

इधर  चंद्र दिनों पहले मुख्य विकास अधिकारी देवरिया के जांच में अनुपस्थित समेत साफ सफाई प्राइवेट दाई रख कर कार्य करवाना जैसे बड़ी अनियमितता सामने आई थी जिस पर सीडीओ देवरिया ने आख्या रिपोर्ट के साथ कारवाई बात भी हुई थी।

लोगों में चर्चा है कि समस्या का हल न खोज कर समस्या का काट खोजते हैं।तमाम शिकायतों के बाद भी प्रभारी चिकित्सक पर अभी तक कार्रवाई न होना शायद इनके रसूख प्रभाव हो सकता है।

अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीज गिर कर हो रहे हैं चोटिल

बनकटा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए आ रहे मरीजों के साथ तिरमदार जलजमाव के कारण फिसल कर गिरने के साथ चोटिल हो रहे हैं

बंगरा बाजार निवासी राजा अंसारी ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र के जिस कक्ष में गये थे वहां जाने का मार्ग नहीं है आगे जलजमाव व बिछलहट है जिससे मैं गिर पड़ा हाथ और पैर में चोटे आई। वहीं उपस्थित अस्पताल के लोग तमाशबीन बनकर देखते रहे।

साथ ही अस्पताल में गंदे पानी की निकासी तथा कीचड़ की सफाई कराने की मांग की गई है

योगी शासन व स्वयं स्वास्थ्य मंत्री इस समय आखरी पायदान तक स्वास्थ्य सेवा की तरफ ध्यान बनाए हुए हैं पर यह क्षेत्र अभी तक क्यों रडार पर नहीं आ पा रहा है?

 

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