होली पर्व होली पर बन रहा शुभ योग -ज्योतिषचार्य श्री प्रशान्ताचार्य जी महाराज बनारस

होली हिन्दुओ का प्रमुख त्यौहार हैँ वैसे तो यह रंग एकादशी से ही प्रारम्भ हो जाता हैँ लेकिन कही-कही यह दो दिवसीय त्यौहार के रूप मे मनाया जाता है।

पहले दिन होलिका दहन और दूसरे दिन रंग खेला जाता हैँ, जिसे दुल्हैँडी भी कहते हैँ।

ज्योतिषाचार्य श्री प्रशान्ताचार्य जी महाराज बनारस ने बताया कि

इस बार 24 मार्च को होलिका दहन के साथ इस समय भद्रा भी लग रही हैं जिससे होलिका दहन रात्रि के दौरान देर रात्रि से होगा।

फाल्गुन शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि 24 मार्च रविवार की प्रातः 9:54 मिनट से आरंभ होकर सोमवार को दिन तक है। अब भद्रा की बात करें तो यह भी पूर्णिमा तिथि के आगमन से रात्रि 11:13 मिनट तक रहेगा।

अबकी बार 24 मार्च रविवार की रात्रि 11:13 मिनट के बाद 12:12 तक होलिका दहन का मुहूर्त शास्त्रीय सम्मत शुभ है।

दो शुभ योग वृद्धि योग रात 9:30 मिनट तक है जबकि ध्रुव योग सम्पूर्ण समय हैं। होलास्टक मे सभी ग्रह उग्र स्वभाव में रहते हैं जिसके कारण शुभ कार्य का अच्छा फल नहीं मिल पाता हैं होली पर जहां एक तरफ चन्द्र ग्रहण तो वहीं शुक्र और मंगल युति से महालक्ष्मी राजयोग बनने जा रहा है।

राज योग बनने से व्यक्ति के जीवन मे धन लाभ और सफलता के योग बनते हैं।

इस बार होली के दिन ही 25 मार्च को साल का पहला चन्द्र ग्रहण कन्या राशि मे लग रहा हैं हालांकि यह चन्द्र ग्रहण भारत मे नहीं दिखाई देगा।

इसलिए सूतक काल भी भारत देश मे मान्य नहीं होगा।

इसमें पूजा पाठ शुभ और मांगलिक कार्य भी बंद नहीं होंगे।

साल का पहला चन्द्र ग्रहण उत्तर -पूर्व एशिया, यूरोप ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, जापान, रूस, इंग्लैंड, इटली, प्रशांत महासागर आदि स्थानों पर दिखाई देगा।

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