भाजपा प्रत्याशी के नामांकन में पहुंचे विधायकों-पुलिस से बहसः वरिष्ठ

 

अधिकारियों ने कराया शांत, बैरिकेडिंग से निकलने को लेकर हुआ बवाल

 

 

 

 

 

जालौन में नामांकन के आखिरी दिन भाजपा प्रत्याशी भानु प्रताप सिंह वर्मा ने नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान नामांकन स्थल पर 4 से अधिक प्रस्तावकों के अंदर आने पर भाजपा विधायकों के साथ पुलिस की तीखी बहस हो गई। इस दौरान काफी गहमागहमी रही। वरिष्ठ अधिकारियों के पहुंचने पर मामला शांत हुआ।

 

कलेक्ट्रेट में गेट नंबर-2 पर नामांकन के लिए बैरिकेड्स लगाई गई है। जहां पर भाजपा प्रत्याशी भानु प्रताप

 

सिंह वर्मा ने अपने प्रस्तावकों के साथ नामांकन दाखिल करने आना था। मगर नामांकन दाखिल करने से पहले ही यूपी सरकार के लघु एवं सूक्ष्म उद्यम मध्यम कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ घनश्याम अनुरागी, जल शक्ति मंत्री के प्रतिनिधि अरविंद सिंह चौहान पहले ही नामांकन स्थल पर पहुंच चुके थे।भाजपा प्रत्याशी भानु प्रताप सिंह वर्मा, जिलाध्यक्ष उर्विजा दीक्षित तथा माधौगढ़ विधायक मूलचंद निरंजन, उरई विधायक गौरी शंकर वर्मा, गरौठा विधायक जवाहर राजपूत के साथ अंदर आने लगे। तभी पुलिस फोर्स ने तीनों विधायक गौरी शंकर वर्मा, मूलचंद निरंजन तथा गरौठा विधायक जवाहर सिंह राजपूत को रोक लिया। उन्हें रोकते ही भाजपाई आक्रोशित हो गए और वह हंगामा करने लगे। इस दौरान ड्यूटी पर मौजूद कोंच सीओ उमेश कुमार पांडेय मौके पर पहुंचे।

 

उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष उर्विजा दीक्षित, उरई विधायक गौरी शंकर वर्मा और माधौगढ़ विधायक मूलचंद निरंजन को नामांकन स्थल के बैरिकेड से अंदर कर लिया। मगर गरौठा विधायक जवाहर सिंह राजपूत के साथ अन्य लोग अंदर आने लगे, जिस पर उन्हें बैरिकेड पर लगी पुलिस ने रोक दिया तो विधायक जवाहर सिंह राजपूत और उनके समर्थक हंगामा करने लगे और उनके समर्थक पुलिस से भिड़ गए। इस दौरान काफी हंगामा देखने को मिला।

 

बाद में सीओ कोंच उमेश कुमार पांडेय और अन्य पुलिस अधिकारियों ने गरौठा विधायक को अंदर किया। तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ। मगर भाजपा पार्टी के अनुशासन की पोल जरूर खुल गई है। भाजपा अपने आप को अनुशासित पार्टी मानती है, मगर मात्र चार प्रस्तावों के होने के बावजूद भी भाजपाई नामांकन स्थल तक आठ लोगों को अंदर लेकर पहुंची।

Share.