मंडलायुक्त एवं डीआईजी ने गोवंश की निगरानी के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया

कंट्रोल रूम से 24 घंटे कर्मचारियों द्वारा गौशालाओं में सरंक्षित गौवंशो की हो रही विशेष निगरानी

 

उरई. मंडलायुक्त विमल कुमार दुवे, उप महानिरीक्षक कलानिधि नैथानी ने कलेक्ट्रेट परिसर में संरक्षित गौशाला में गौवंशो की बेहतर निगरानी के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। मंडलायुक्त ने गौवंशों की ऑनलाइन सीसीटीवी कैमरे की जा रही निगरानी की सराहना की।

 

जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि समस्त गौशालाओं व अस्थायी गौ आश्रय स्थलों में चरही, भूसा घर व मुख्य द्वार पर सीसीटीवी कैमरा लगवाया गया, साथ ही इसकी मॉनिटरिंग के लिए कलेक्ट्रेट में कंट्रोल रूम बनाया गया, कंट्रोल रूम से 24 घंटे कर्मचारियों द्वारा गौशालाओं की विशेष निगरानी की जा रही है। निराश्रित गोवंशों के रख-रखाव के लिए जनपद में करीब 407 गौशालाएं व अस्थायी गौ आश्रय स्थल है, इनमें लगभग 40 हजार गाय व नंदी रहते हैं, गौशाला में पर्याप्त मात्रा में भूसा और हरे चारे की व्यवस्था जिला प्रशासन करता है, ताकि कोई भी पशु भूख-प्यास से बेचैन होकर सड़कों पर न भटके। गौशाला में गौवंशों की बेहतर देख-रेख की जा रही है, गौशाला में जो गाय बीमार हो जाती है उनकी देखभाल के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी पहुंचते हैं। लगातार पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी गौशालाओं का निरीक्षण करते रहते हैं। सड़कों व किसानो के खेतों पर निराश्रित गोवंश न दिखें, इसके लिए 407 गौशाला व अस्थायी गौ आश्रय स्थलों में नोडल अधिकारी तैनात करने के बाद, गौशालाओं में संरक्षित गौवंशो के लिए विशेष निगरानी की व्यवस्था की है। गौ आश्रय स्थलों की विशेष रूप से निगरानी की जा रही है। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे विशाल यादव, अपर पुलिस अधीक्षक असीम चौधरी, नगर मजिस्ट्रेट अजीत कुमार जायसवाल सहित आदि अधिकारी मौजूद रहे।

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