व्यक्ति के जीवन में अवसर मिलना एक संयोग

रिपोर्ट : बनवारी लाल शर्मा डा० बनवारी लाल पीपर “शास्त्री

व्यक्ति के लिए अवसर सदैव न ही मिलते हैं, न ही रहते हैं। व्यक्ति के जीवन में अवसर मिलना एक संयोग होता है I जिसमें

● व्यक्ति का पूर्व जन्म,

● प्रारब्ध और

● ईश्वर कृपा छिपी रहती है।

पूर्ण परम सत्य को अवसर या उसका कोई क्षण व्यर्थ में नहीं खोना व गवाना चाहिए I

इसलिए पूर्ण परम सत्य बुद्धिमान, विवेकशील , अनुभव व अनुभूति शील व्यक्ति को कोई भी अवसर या उसका कोई क्षण व्यर्थ में नहीं खोना व गवाना चाहिए I

लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण के साथ कठोर तपस्या

श्रमशील, प्रबल जिज्ञासु, कठोर, मेहनती उद्देशीय सम्बन्धित विषय पर अपने मन को एकाग्र रखकर लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण के साथ कठोर तपस्या करने वाले के लिये अवसर सदैव तत्पर रहते हैं ।

परिश्रमपूर्ण, स्वलक्ष्य केंद्रित उपलब्धि के लिए संकल्प से सिद्धि की साधना करनी ही पड़ती है।

दरअसल, साधना करने वाले व्यक्ति, चाहे जिस किसी भी क्षेत्र के हों, उन्हें उत्कृष्टता के शिखर पर पहुंचने की इच्छा होती है।
उनको बहुत संघर्ष करते हुए चित्त की चंचलता को शांत करना पड़ता है।
जो व्यक्ति जिस क्षेत्र में उन्नति की पराकाष्ठा की मंजिल को प्राप्त करने का संकल्प धारण करते हैं, उन्हें उसी प्रक्रिया से कठिन, दुर्गम, अगम्य एवं असाध्य कष्ट की कंकड़ीली व अत्यंत परिश्रमपूर्ण, स्वलक्ष्य केंद्रित उपलब्धि के लिए संकल्प से सिद्धि की साधना करनी पड़ती है।

डा० बनवारी लाल पीपर “शास्त्री”

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