श्री रामलीला महोत्सव का फीता काट कर शुभारम्भ किया जनप्रतिनिधो ने ।
■ कोच से सलैया के लिये सडक का होगा चौडीकरण वर्षात के पूर्व वन कर होगी तैयार – विधायक
■ सडक से मातारानी के दरवार तक सी सी देने का वचन दिया जिला पंचायत अध्यक्ष ने
■सुरक्षा व्यवस्था मे थानाध्यक्ष कैलिया नीलम सिंह ने दिखाई सजगता।
उरई जालौन जिला मुख्यालय से 70 किमी दूर पश्चिम मे उ प्र म प्र की सीमा पर स्थित ग्राम सलैया बुजुर्ग मे स्थित मां रतनगढ वाली देवी व कुंअर बाबा के स्थान पर लगने वाले मेले मे आयोजित श्री रामलीला महोत्सव का फीता काटकर शुभारम्भ किया जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी व माधौगढ विधायक मूलचन्द निरंजन व विश्व हिन्दू परिषद के नेता तेजस्व ने।
फीता काटने के वाद अतिथियो ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की आरती उतारकर पूजन अर्चन किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी ने कहा मातारानी के दरवार मे आया हूं उनका आशीष लेने लेकिन यहां के श्रद्धालु जनो ने पत्रकार ओमप्रकाश उदैनिया के माध्यम से जो मांग रखवायी उसे पूरा करूंगा अगले वर्ष के मेले मे आप लोग सी सी रोड पर ही चलेगे उपस्थित जनो ने जिला पंचायत अध्यक्ष की इस घोषणा का जोरदार करतल ध्वनि से स्वागत किया।
विधायक मूलचन्द निरंजन ने कहा आज मां रतनगढ वाली के दर्शनार्थ आया और दर्शन कर आशीर्वाद लिया श्री रामलीला के मंच से और अपने चैनलो के माध्यम से भी पत्रकार उदैनियां ने अवगत कराया कि कोच कैलिया सलैया मार्ग श्री तरह क्षत विक्षत हो गया , हुआ भी जो इनकी रिपोर्टिंग वह सही है तो मै आप लोगो को अवगत करा दूं कि ये सडक अब 07 मीटर चौडी सडक वनने जा रही है जो दिसम्बर माह मे स्वीकृत हो जायेगी और अगली गर्मियो तक पूर्ण हो जायेगी ये मै आश्वासन देता हूं।
विधायक जी के इस आश्वासन पर लोगो ने जोरदार करतल ध्वनि कर स्वागत किया! संचालन की जिम्मेदारी सभाली अधिवक्ता प्रहलाद सिंह कौरब ने।
अतिथियो का स्वागत किया अर्जुन सिंह कौरब, दिवाकर कौरब, राघवेन्द्र कौरब, अभिषेक कौरब, लोकेन्द्र सिंह कौरब, नरेश कौरब, मोहन कटारे , गिरवर सिंह कौरब, मुनीम कौरब, प्रहलाद कौरब, राम सिंह पाल, दिलीप कौरब, सुरेन्द्र कौरब, अरविन्द कौरब , संतोष, उदैनियां रामवीर कौरब, अंशुल कौरब, रोहित, कौरब रामबिहारी कौरब आदि ने।
सुरक्षा व्यवस्था मे थानाध्यक्ष कैलिया नीलम सिंह, जगनपुरा चौकी प्रभारी एसेपट कुशवाहा, चालक अनिल कुमार और अन्य पुलिस वल सहित , चौकीदार थान सिंह परिहार, धौकल वाल्मीकि रहे।