गरीब के चेहरे पर खुशी झलके तो मन को सुकून व शांति मिलती ही है साथ-साथ मानवता की भी मिसाल कायम होती है और इंसानियत जागृत रहती है

इंसान दीपोत्सव पटाखे तो बहुत चलाते हैं बहुत पैसा दिवाली पर  अप व्यय कर देते हैं लेकिन जो खुशियां गरीब परिवारों के साथ मिलकर उनको खुश रखकर साथ साथ  दिवाली मनाने में मिलती है वह जरूर मन में घर कर जाती है और आत्मा में अपार खुशी दे जाती है

आज जब हम लोग अपने घरों में दीपोत्सव मना रहे होते हैं हमें सुरक्षा प्रदान करने वाले प्रहरी अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद होते हैं। उनका क्षेत्र ही उनका घर परिवार होता है उन्होंने यह मिसाइल काम कर रखी है कि पुलिस भी नेकी व दिलेरी व सहानुभूति प्रदान करने में जनता के साथ है

इसी क्रम में आज कस्बा समथर के असहाय व वृद्ध तथा आर्थिक रूप से कमजोर लोग

1. सिमकुरा पत्नी स्व. श्री घनश्याम

2. गोविंददास

3. देशरानी पत्नी स्व. श्री बाबू निवासी गण मु. खुशीपुरा

4. राशिदा

5. श्यामा देवी

आदि अन्य लोगो को थानाध्यक्ष सत्यप्रकाश शर्मा द्वारा दीपक व पूजा की अन्य सामग्री व मिठाई भेट की गई जिस पर उन लोगों ने पुलिस की सराहना व प्रसंशा की तथा आशीर्वाद की कामना की

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