*समाधान नंबर से अंबालिका के जीवन में आई नई रोशनी*

*नेत्रहीन अंबालिका की आंखों की आइरिश नहीं हो पा रही थी स्कैन, नहीं बन पा रहा था आधार एवं दिव्यांगता प्रमाणपत्र*

*जिलाधिकारी ने लिया प्रकरण का संज्ञान कराया समस्या का समाधान*

रिपोर्ट: अख्तर अली देवरिया 

*देवरिया, बारह वर्षीय अंबालिका कुमारी पांडेय के लिए सोमवार का दिन बेहद खास रहा। नेत्रहीन अंबालिका के जीवन में जिलाधिकारी द्वारा जारी समाधान नंबर ने उम्मीदों की नई रोशनी भर दी। जो काम पिछले तीन वर्षों से लंबित था वह सिर्फ एक कॉल से हो गया।

बरहज ब्लॉक के ग्राम तलौरा निवासी अंबालिका के पिता प्रदीप पांडेय ने बताया कि विगत 3 वर्षों से अपनी दृष्टिबाधित बच्ची दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाने के प्रयासरत थे। दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आधार की आवश्यकता होती है। उन्होंने अपनी बेटी का आधार बनवाने के लिए निकटवर्ती जन सेवा केंद्र पर संपर्क किया, जहां बताया गया कि नेत्रहीन होने की वजह से उनकी पुत्री की आंख की आइरिश का स्कैन नहीं हो पा रहा है, जिससे आधार बनने में समस्या आ रही है। इसके बाद उन्होंने कई जगहों पर आधार बनवाने का प्रयास किया, लेकिन बन नहीं पाया।

इसी बीच उनकी नजर समाचार पत्रों में जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह द्वारा जारी समाधान नंबर पर पड़ी। उन्होंने 05568-222261 पर फोन कर अपनी समस्या बताई। समाधान नंबर पर अपनी समस्या दर्ज कराने के बाद जिलाधिकारी ने प्रकरण का संज्ञान लिया और आधार बनवाने का निर्देश दिया। जो आधार कार्ड विगत तीन वर्षों से नहीं बन पाया था, वो समाधान नंबर पर शिकायत दर्ज कराने के महज कुछ दिन के भीतर मिल गया। इसके बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर अंबालिका का दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी सम्यक जांचोपरांत बन गया, जिसे आज सायं जिलाधिकारी ने अपने कलेक्ट्रेट स्थित कार्य कक्ष में उसे सौंपा।

अंबालिका के पिता प्रदीप पांडेय ने समाधान नंबर एवं जिलाधिकारी का आभार व्यक्त किया। जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि जनपद वासियों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए समाधान नंबर जारी किया गया है, जिसकी मॉनिटरिंग स्वयं उनके द्वारा की जाती है। जन सामान्य सबसे समस्याओं को 05568- 222261 एवं 225351 पर दर्ज करा सकते हैं। उन्होंने अंबालिका के परिजनों को हर संभव सहयोग के लिए आश्वस्त किया।

 

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