22 जनवरी को अपने घरों में करे पूजा-पाठ व राम मंदिर से लाइव प्रसारण अवश्य देखें कहा हिन्दू सनातन एकता ट्रस्ट की राष्ट्रीय अध्यक्षा रेखा सोनकिया ने
उरई के रामनगर स्थित हनुमान मन्दिर व टाउन हाल मे बैठक का आयोजन हिन्दू सनातन एकता ट्रस्ट कार्यकर्ताओं के द्वारा किया गया। इस मौके पर संगठन के अलावा विश्व हिंदू परिषद आरएसएस एकल विद्यालय तथा विद्यार्थी परिषद के सदस्य मौजूद थे।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश स्थित अयोध्या से आम जनमानस के लिए अक्षत के रूप में आमंत्रण पत्र भेजा गया है। जिसे विभिन्न संगठनों के लोगो द्वारा क्षेत्र के सभी गांव में घूम कर प्रत्येक दरवाजे पर अक्षत का वितरण किया जा रहा है।
आगे हिंदू सनातन एकता ट्रस्ट की राष्ट्रीय संगठन महामंत्री अशोक पचौरी ने बताया कि हिंदू एकता के लिए संगठनों में समन्वय जरूरी है इसी अभाव में एकजुट नहीं हो पाया समुदाय हमे इस तथ्य को गंभीरता से लेना चाहिए।
तदोपरान्त संगठन के राष्ट्रीय महासचिव के सी बी परमार ने कहा कि शक्तिशाली धार्मिक गुरुओं और हिंदुत्ववादी संगठनों की ओर से हिंदू राष्ट्र की मांग तो लंबे समय से चली आ रही है लेकिन यह मौजूदा समय में, ख़ासकर नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ज़्यादा बढ़ी है. मसलन, दिल्ली के तालकटोरा इनडोर स्टेडियम में इस साल की शुरुआत में जगन्नाथ पुरी के प्रभावशाली शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने दृढ़तापूर्वक कहा कि भारत को एक हिंदू राष्ट्र घोषित करना चाहिए।
उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत के हिंदू राष्ट्र बनते ही 15 दूसरे देश भी ख़ुद को हिंदू राष्ट्र घोषित करेंगे।
यहाँ उरई मे अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर नगर में निकाली भव्य अक्षत कलश यात्रा भी निकाली गई यहाँ अयोध्या से आया अक्षत भरा कलश अक्षत बांटकर जन जन को दिया गया न्यौता
जब अयोध्या धाम से पीले अक्षत से भरे कलश की कलशयात्रा आज नगर में निकाली तो यहाँ कलशयात्रा में समाज के हर वर्ग एव श्रेणी के लोगों ने भागीदारी की।
सदियों के संघर्ष और तमाम कानूनी अड़चनों के बाद उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद अयोध्या में नव निर्मित मंदिर में आगामी 22 जनवरी को होने वाली रामलला की भव्य और दिव्य प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश और विदेशों में रह रहे सनातन धर्मावलंबियों में हर्षोल्लास का माहौल नजर आने लगा है।
पहली जनवरी से ही हिंदूवादी संगठनों द्वारा आयोजित किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों से वातावरण पूरी तरह से राममय होने लगा है।