यमुना नदी के जलस्तर ने 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ा

दिल्ली मे 16 तक  स्कूल बंद

आईएसबीटी की ओर जाने वाली सड़क अभी भी बंद है.

कहा जा रहा था कि सुप्रीम कोर्ट तक भी यमुना का पानी पहुंचने की आशंका जताई जा रही है. फिर क्या यहाँ जब सेना ने कमान संभाल ली तो उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस ड्रेनेज के रेगुलेटर को ठीक कर दिया जाएगा। और सही भी कर दिया गया  वही दोनो तरफ नहरों मे भी बहाव तेज हो गया।
जिससे यमुना का पानी शहर के अंदर चूंकि बिराज का ढलान शहर की ओर घुसना बंद हो जाएगा.

दिल्ली में यमुना उफान पर है, बिगड़ते हालात के बीच सेना को बुला लिया गया है. सेना ने मोर्चा संभालते ही सबसे पहले ITO के पास ड्रेनेज संख्या 12 के रेगुलेटर को ठीक करने का काम शुरू कर दिया था
बता दें कि यह वही ड्रेनेज है जिससे यमुना का पानी लगातार शहर में घुस रहा है.

ऐसी आशंका जताई जा रही है कि अगर इस ड्रेनेज को समय रहते ठीक नहीं किया गया होता तो यमुना पानी दिल्ली के अन्य इलाकों में भी पहुंच सकता था।
ऐसे में सुप्रीम कोर्ट तक भी यमुना का पानी पहुंचने की आशंका जताई जा रही थी। लेकिन अब जब सेना ने कमान संभाल ली है तो उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस ड्रेनेज के रेगुलेटर को ठीक करने के बाद  सभी वयवस्था को दुरुस्त किया जाएगा, जिससे यमुना का पानी शहर के अंदर घुसना बंद हो जाएगा.
बता दें कि आईटीओ और आसपास के इलाकों में पानी भरता देख मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सेना और एनडीआरएफ की टीम को मौके पर उतारने की मांग की थी. उन्होंने गुरुवार को इसे लेकर एक ट्वीट भी किया था. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि यमुना का पानी शहर के अंदर आने की वजह से आईटीओ और आसपास बाढ़ आ गई है. इंजीनियर पूरी रात काम करते रहे. मैंने अब मुख्य सचिव को सेना और एनडीआरएफ की मदद लेने के लिए निर्देश दिया है. लेकिन इसे तत्काल ठीक किया जाना चाहिए.
गुरुवार को पहुंचा था 208.62 मीटर तक
गुरुवार दोपहर 2 बजे तक यमुना का जलस्तर 208.62 मीटर पर पहुंच गया था. यह खतरे के निशान 205 मीटर से 3 मीटर से ज्यादा है. यमुना वजीराबाद से ओखला तक 22 किमी में है. केंद्रीय जल आयोग को आशंका है कि जलस्तर  209 मीटर पहुंचने पर ज्यादातर इलाके जलमग्न हो जाएंगे. यहां NDRF की 12 टीमें तैनात की गई हैं. 2,700 राहत शिविर लगाए गए हैं.
सीएम आवास के पास पहुंचा यमुना का पानी सीएम आवास के 300 मीटर तक जलभराव हो गया है. यमुना का जलस्तर बढ़ने से यमुना बाजार, मजनू का टीला, निगम बोध घाट, मॉनेस्ट्री मार्केट, वजीराबाद, गीता कॉलोनी और शाहदरा एरिया इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. दिल्ली सरकार ने बाहरी राज्य के लोगों के प्रदेश में एंट्री पर रोक लगा दी है. इसलिए सिंघु बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर, लोनी बॉर्डर और चिल्ला बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. हालांकि, छोटे वाहनों की एंट्री जारी रहेगी.

हालांकि अब राहत भरी खबर है कि यमुना नदी का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है. यमुना नदी का जलस्तर 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ने के बाद आज सुबह 207.68 मीटर तक नीचे आ गई.

वहीं, दिल्ली मेट्रो ने भी यमुना के जलस्तर में कमी आने के बाद यमुना नदी पर बने मेट्रो पुलों को पार करते समय लगाया गया स्पीड बान हटा दिया गया है. जिसके बाद सभी ट्रेनें अब सामान्य स्पीड से चल रही हैं.  इससे पहले यमुना में जलस्तर बढ़ने के चलते दिल्ली मेट्रो ने फैसला किया था कि यमुना के ऊपर से गुजरते वक्त ट्रेन की स्पीड 30 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा नहीं होगी.

ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, दिल्ली में बाढ़ के कारण बंद बुलेवार्ड रोड से स्लिप रोड, युधिष्ठिर सेतु के नीचे बाएं मुड़कर एमजीएम से वजीराबाद फ्लाईओवर और चंदगीराम अखाड़े से आईपी कॉलेज तक महात्मा गांधी मार्ग का दोनों कैरिजवे खोल दिया गया है.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि शांतिवन से गीता कॉलोनी तक सड़क के दोनों कैरिजवे केवल कार, ऑटो और हल्के वाहनों के लिए खोले गए हैं.

जबकि शांति वन से राजघाट और आईएसबीटी की ओर जाने वाली सड़क अभी भी बंद है.

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