श्री रामजन्म पर झूमे कथा पंडाल के हजारो श्रद्धालु जन
■ पूज्य रमाकांत व्यास ने सुनाया श्री राम व हनुमान के भाई होने का प्रसंग
उरई नगर में प्रदीप सीरौठिया द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा दौरान व्यास पीठ पर आसीन परम पूज्य श्री रमाकांत व्यास जी ने बताया कि हमारी वृद्धावस्था में तृष्णा बढ जाती है महाराज जी ने एक वृद्ध का उदाहरण देते हुए श्रोताओं को खूब हंसाया और बताया कि उस वृद्ध ने ना दान किया ना भक्ति करी अंत समय पड़ी उस पर मन की मार।
अत: प्रत्येक मनुष्य को भगवान की भक्ति में लीन रहना चाहिए दी प्रेरणा महाराज ने और कहा कि
जिंदगी का कोई भरोसा नहीं होता।
आगे भजन सुनाया ” ये साथ देती नहीं है किसी का।
क्या भरोसा है इस जिंदगी का।।
हम रहे ना रहे यह मोहब्बत रहेगी ।
कोई ना राजा ना रंक फकीर।।
आगे महाराज ने पहलाद व नरसिंह भगवान पर प्रसंग सुनाया।
आपको राम ने जो किया है वह करना है और कृष्णा ने जो कहा है वह करना है ध्यान रखना।
वही प्रकृति के कण-कण में प्रभु का वास होता है अपनी कथा प्रसंग दौरान महाराज ने बताया कौशल्या माता ने प्रभु से अपने बाल स्वरूप में आने को कहा और प्रभु श्री राम अपने बाल स्वरूप में आए माता की गोद में आगे जन्मोत्सव पर महाराज ने भजन सुनाया “सुधर बानो ललना यह मारो पलना” हो राजा दशरथ के बड़े भाग बधाइयां बज रहे।
आगे भजन “अपने लाल को दिखा दे मैया।” पर श्रद्धालुओं ने तालियां बजायी।
आरती के दौरान यजमान आशा सीरौठिया प्रदीप सीरौठिया दीपमणि ज्ञान मणि सीरौठिया