आशा सम्मेलन में जलशक्ति मंत्री ने की आशा कार्यकर्ताओं की सराहना, सम्मानित किया
जालौन के राजकीय मेडिकल कॉलेज में आयोजित आशा सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने आशा कार्यकर्ताओं के अमूल्य योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि जनपद में कार्यरत 1241 आशा बहनें स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूत नींव हैं और समर्पण भाव से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रही हैं।
मंत्री ने आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि वे गर्भवती महिलाओं की देखभाल, परिवार नियोजन, बच्चों के टीकाकरण और आयुष्मान आरोग्य मंदिर जैसी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में अहम भूमिका निभा रही हैं। कोविड महामारी के दौरान भी उन्होंने निस्वार्थ भाव से अपनी सेवाएं दीं और आमजन की सुरक्षा के लिए कार्य किया।
सम्मेलन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली 9 आशा कार्यकर्ताओं, 6 आशा संगिनियों और एक बीसीपीएम को सम्मानित किया गया। मंत्री ने प्रशस्ति पत्र भेंट कर उनके उत्कृष्ट कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश नारी सशक्तिकरण की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा है, जिसमें आशा कार्यकर्ता भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
उन्होंने सरकार की विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीब एवं वंचित परिवारों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा मिल रही है और मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत बच्चों को अनिवार्य टीकाकरण कराया जा रहा है। यह सभी योजनाएं आशा कार्यकर्ताओं के अथक प्रयासों से ही संभव हो पा रही हैं।
मंत्री ने आशा कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि सरकार उनके सुविधाओं और अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि वे निर्भीक होकर अपने कार्यों का निष्पादन कर सकें। उन्होंने कहा कि आशा बहनों की सेवा केवल एक पेशा नहीं, बल्कि मानवता की सेवा है।
इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य रमा निरंजन, जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी, विधायक सदर गौरी शंकर वर्मा, विधायक माधौगढ़ मूलचंद्र निरंजन, विधायक कालपी विनोद चतुर्वेदी, भाजपा जिलाध्यक्ष उर्विजा दीक्षित, जल शक्ति मंत्री प्रतिनिधि अरविंद चौहान, जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय, पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र देव शर्मा समेत कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।






