बच्चा पॉली क्लिनिक उरई मे लगा निशुल्क स्वास्थ्य शिविर, 217 मरीजो को मिला लाभ
रिपोर्ट : विनय पचौरी Focusnews24x7
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- इनफर्टिलिटी पर शिविर में बहुत ज्यादा मरीज दिखाने आए। कहा डॉक्टर फातिमा अंसारी ने
- इनफर्टिलिटी के 28 मरीज जो पिछले समय आए हुए थे उन मरीजों द्वारा कंसीव कर लिया गया।
- जांच से मिले लाभ से कुछ चिन्हित मरीजों को संतान का सुख प्राप्त हो सकेगा।
- शिविर में सवेरे 10:00 बजे से ही लोगों की भीड़ जुटी
जालौन उरई बच्चा पॉली क्लिनिक स्टेट बैंक के बगल में राज मार्ग जिला अस्पताल के सामने उरई मे क्लिनिक के संयुक्त स्टाफ द्वारा निशुल्क चिकित्सा परामर्श एवं जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में सवेरे 10:00 बजे से ही लोगों की भीड़ आना शुरू हो गई थी जहाँ हमारी टीम को बताया कि यहां कैंप 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक निशुल्क फ्री कैंप शिविर एवं परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
शिविर में स्त्री रोगी, पेट से संबंधित रोगी ,एसिडिटी सम्बधित, शिशु रोगी,नि:सन्तान रोगी आदि संबंधित बीमारियों के मरीजों ने चिकित्सा शिविर का लाभ उठाया बच्चा पॉली क्लिनिक के मैनेजिंग डायरेक्टर व निदेशक डॉ आदील अहमद अंसारी ने बताया कि शिविर में 300 से अधिक मरीजों को निशुल्क चिकित्सा परामर्श व उनकी निशुल्क जांच की गई।
शिविर में बच्चा पॉलीक्लिनिक के स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर फातिमा अंसारी डॉ आदील अहमद अंसारी पेट रोग विशेषज्ञ व शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अब्दुल कुददूस पूर्व चिकित्सक अपोलो हॉस्पिटल दिल्ली सहित समस्त चिकित्सीय टीम ने निशुल्क सेवाएं दी। शिविर प्रभारी बच्चा पॉलीक्लिनिक के निदेशक डॉक्टर अदील अहमद अंसारी ने बताया की निशुल्क चिकित्सा एवं जांच शिविरों का आयोजन गरीब निर्धन जो शुल्क वहन नहीं कर सकते हैं उनको ध्यान में रखते हुए किया गया है इसीलिए हमने अपने हॉस्पिटल में निशुल्क फ्री जांच पेट से संबंधित सभी जांचें कराए जाने हेतु आयोजन फ्री कैंप में किया है।
शिविर में काजी वसी उल्लाह, दीनबंधु अवस्थी, सावेज, अरुण, आदर्श,हर्षिता ने व्यवस्था संभालने में सहयोग किया।
लगातार बिगडती जीवनशैली से महिलाएं बांझपन की ओर अग्रसर
लगातार बिगडती जीवनशैली से जहां एक ओर महिलाएं बांझपन की ओर अग्रसर हो रही हैं, तो दूसरी ओर पुरूष भी बांझपन में बराबर की भूमिका निभा रहे हैं। उक्त बातें वही हमारी टीम द्वारा प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ और प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर फातिमा अंसारी के साथ एक खास बातचीत के दौरान डॉक्टर फातिमा अंसारी जिनके पास निसंतान दंपतियों के लिए इस क्षेत्र में विशेष अनुभव है ने बताया कि कि उन्होंने अपनी गायनोलॉजिस्ट एमएस की शिक्षा एम• एल•बी• मेडिकल कॉलेज झांसी से की उन्होंने अपनी एस•आर• शिप• मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज न्यू दिल्ली से किया है उन्होंने बताया शिविर में इनफर्टिलिटी पर शिविर में बहुत ज्यादा मरीज दिखाने आए वही गरीब तबके के बहुत सारे लोग फीस लगने की वजह से नहीं दिखा पाते थे ।लेकिन शिविर निशुल्क होने के कारण शायद इसलिए आज शिविर में अधिक संख्या में बच्चियां, महिलाएं अपनी अपनी समस्या को लेकर आई जिनका पूर्ण गोपनीयता को ध्यान में रखते हुए इलाज किया गया यहां शिविर में लगभग डॉक्टर फातिमा अंसारी द्वारा लगभग 217 पेशेंट को देखा गया जिनमें बहुत ज्यादा समस्या इनफर्टिलिटी से संबंधित आई सबसे अच्छी बात तो है अभी 28 मरीज जो पिछले समय आए हुए थे उन मरीजों द्वारा कंसीव कर लिया गया है व उन्हें संतान का सुख प्राप्त हो सकेगा वही डॉक्टर फातिमा अंसारी ने बताया यहां सबसे बड़ा जो कारण उन्होंने देखा वह लोगों मे समस्या के प्रति अनभिज्ञता का होना पाया गया उन्होंने बताया कि बहुत छोटी-छोटी समस्याएं होती हैं जिनको लिखकर दंपति जन बहुत संकोच करते हैं और अपनी समस्या को शेयर नहीं करती हैं जिस कारण से दंपतियों में आपसी तनाव की स्थितियां भी बन जाती है जहां डॉक्टर फातिमा अंसारी ने इस तरह के कई मरीजों को सही सलाह व निदान कर संतुष्ट किया
उरई में एक ऐसे मरीज जो पूरे शहर के लिए शायद नया और अजीब केस था प्लेसेंटा पीलिया का जहां बहुत ज्यादा ब्लीडिंग भी हो रही थी इस तरह के मरीज जोकि कि अभी यहां हैंडल नहीं होते थे फिर भी उन्होंने पेशेंट की सर्जरी करके उस पेशेंट को पूर्ण स्वस्थ किया एक तरफ डॉक्टर फातिमा अंसारी एमबीबीएस एमएस व लेप्रोस्कोपिक सर्जन स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ है।
वही डॉक्टर आदिल अहमद अंसारी जो कि पेट रोग विशेषज्ञ हैं व डॉक्टर अब्दुल कुददूस जोकि नवजात शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ हैं ने