देवरिया 15 फ़रवरी — जिले को टीबी  मुक्त करने के उद्देश्य से आज निश्चय दिवस के अवसर पर पूरे जनपद के सामुदायिक एवं प्राथमिक इकाइयों के साथ हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर टीबी रोगियों के चिन्हीकरण हेतु अभियान चलाया गया। इन सेंटरों पर आज संभावित टीबी रोगियों की बलगम एकत्र कर जांच किया गया। इसके साथ ही रोगियों को पोषण पोटली भी दी गई।
          प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के लिए माह की प्रत्येक 15 तारीख को निश्चय दिवस मनाया जाता है। इसी के क्रम में आज जिलाधिकारी ने दो तथा सीडीओ ने एक नए मरीजों को गोद लिया।  मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा ने भी दो नए मरीजों को पोषण पोटली देकर गोद लिया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी  जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मरीज के ठीक होने से कार्य करने की क्षमता में वृद्धि होती है, जिसका समग्र लाभ संपूर्ण समाज को मिलता है। उन्होंने समाज के अन्य लोगों को भी टीबी रोगियों को गोद लेने के लिए प्रेरित किया। देश में टीबी उन्मूलन का लक्ष्य 2025 रखा गया है। इसके लिए समाज के हर तबके के लोगों को आगे आना होगा। आज जिन दो लोगों को जिलाधिकारी ने पोषण पोटली देकर गोद लिया, उन लोगों को समय से दवा खाने की भी नसीहत दी व कहा कि जो मरीज दवा का कोर्स पूरा करते हैं , वे ठीक हो जाते हैं। इसका जीता जागता उदाहरण कुछ दिन पूर्व मेरे द्वारा गोद लिए गए एक मरीज का ठीक हो जाना है।
         सीडीओ रवींद्र कुमार ने एक नए  मरीज को गोद लेते हुए कहा कि जनपद के प्रत्येक अधिकारी को टीबी के मरीजों को गोद अवश्य लिया जाना चाहिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजेश झा ने कहा कि निश्चय दिवस के अवसर पर जनपद के सभी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, सीएचसी, पीएचसी, शहरी क्षेत्र के प्राथमिक केंद्रों पर व जिला चिकित्सालय में निश्चय दिवस की गतिविधियां पर विशेष जोर दिया गया है, जिससे टीबी उन्मूलन की तरफ यह जनपद अग्रसर हो सके। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सुरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि जनपद में 2655  मरीज इस समय दवा खा रहे हैं।
            इस अवसर पर डॉक्टर आरपी यादव, डीपीसी देवेंद्र प्रताप सिंह  पीएमडीटी समन्वयक चंद्र प्रकाश त्रिपाठी  पीपीएम मृत्युंजय पांडेय,  मांधाता सिंह,  उदय भान उपाध्याय,  टीबी के कर्मचारी उपस्थित रहे

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