दर्जनों प्राइवेट एम्बुलेंस चालकों ने जमाया जिला अस्पताल में कब्जा

सरकारी एम्बुलेंस चालकों की मिली भगत से मरीजों को लूट रहे प्राइवेट एम्बुलेंस चालक

 

प्राइवेट एम्बुलेंस चालकों पर कार्यवाही करने से कतरा रहे अस्पताल के जिम्मेदार

 

उरई(जालौन)।प्रदेश सरकार ने मरीजों को लाने लेजाने के लिए निशुल्क एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध करा रखी है।जिससे गरीब मरीजों पर पैसे का बोझ न पड़ सके।जनपद मुख्यालय के जिला पुरुष अस्पताल में भी सरकारी निशुल्क एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। इसके बाद भी लगभग एक दर्जन प्राइवेट एम्बुलेंस अस्पताल परिसर के अंदर खड़ी रहती है तथा उनके चालक आपात कालीन कक्ष के आसपास एवं अंदर घूमते रहते है जैसे ही कोई मरीज डाक्टरों द्वारा बाहर के रिफर किया जाता है तो प्राइवेट एम्बुलेंस के चालक मरीज के साथ आये तीमारदारों को अपने जाल में फंस कर झांसी-कानपुर व अन्य जगहों पर मरीज ले जाने के लिए लम्बी रकम लेने का काम करते है। इस काम में सरकारी एम्बुलेंस चालक एवं अस्पताल के कर्मचारियों का भी हाथ रहता है जिसके एवज में प्राइवेट एम्बुलेंस चालकों द्वारा निश्चित कमीशन प्रति मरीज के हिसाब से तय रहता है।बताते चले कि जिला पुरुष अस्पताल परिसर के अंदर व गेट बाहर जो प्राइवेट एम्बुलेंस खड़ी रहती है उनमें यूपी 92टी-8353, यूपी 77टी-7491, यूपी 92 टी-7840, यूपी 92 टी-6255, एमपी 30 एडी-0414, यूपी 93 सीटी- 1017 के अलावा अन्य प्राइवेट एम्बुलेंस शामिल है। जिनको रोक पाने में जिला अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारी नाकाम साबित होते दिखाई दे रहे है। यहीं कारण है कि गरीब मरीजों का आर्थिक शोषण प्राइवेट एम्बुलेंस चालकों द्वारा धडल्ले के साथ किया जा रहा है।

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