बिहार में नियोजित शिक्षकों पर गिरी गाज, नौकरी से निकाले गए 14 टीचर, वेतन वसूली का भी निर्देश
सिवान में नियमों को ताक पर रखकर बहाल किए 14 नियोजित शिक्षकों को नौकरी से निकाल दिया गया है. इतना ही नहीं वेतन के रूप में दी गयी राशि की रिकवरी का भी आदेश दिया गया है।
मामला रघुनाथपुर प्रखंड के पंचवार पंचायत से जुड़ा हुआ है. इस विभागीय आदेश के बाद नियोजित शिक्षकों में हड़कंप मच गया है.
पूरी कार्रवाई की जानकारी देते हुए डीपीओ स्थापना अवधेश कुमार ने बताया कि “मई 2023 में विभागीय नियमों की अवहेलना कर जिला अपीलीय प्राधिकार ने इन 14 शिक्षकों को बहाल किया था।
इन सभी शिक्षकों की बहाली प्राइमरी स्कूल में की गयी थी और ये लोग पंचवार पंचायत के अलग-अलग स्कूलों में अपनी सेवा दे रहे थे.”
जानकारी के मुताबिक इन 14 शिक्षकों की बहाली में शिक्षा विभाग से कोई राय भी नहीं ली गयी थी जिसके बाद स्थानीय शिक्षा विभाग ने राज्य अपीलीय प्राधिकार में केस दायर किया था।
मामले की जांच, विभागीय अनुशंसा और अन्य तथ्यों की सुनवाई के बाद राज्य अपीलीय प्राधिकार ने 25 जून को ही सभी 14 शिक्षकों की बहाली रद्द करने का आदेश दे दिया.
इसके साथ ही इन 14 शिक्षकों को वेतन के मद में भुगतान की गयी राशि की रिकवरी का भी आदेश दिया गया है।
डीईओ राजेंद्र सिंह और डीपीओ स्थापना अवधेश कुमार ने बताया कि संबंधित पंचायत के सचिव को पत्र लिखकर कार्रवाई का आदेश दिया गया है.”
बता दें कि जब इन शिक्षकों की बहाली हुई थी उसी समय इस मामले ने तूल पकड़ा था. उस समय स्थानीय शिक्षा विभाग ने पंचायत सचिव के खिलाफ पत्र भी लिखा था. जिन शिक्षकों की सेवा समाप्त की गयी है
उनमें
रुक्मेश कुमार,
रचना कुमारी,
साधना कुमारी,
आकांक्षा कुमारी पांडेय,
जय प्रकाश यादव,
ज्योति राय,
संजू कुमारी, कुमारी
अनामिका कुशवाहा,
उमराना खातून,
विजय कुमार ,
वर्मा राज,
मुनि हरकेश,
नवीन कुमार और
मुन्नी कुमारी शामिल हैं.