यातायात, शांति व्यवस्था, व महिला सशक्तीकरण आदि विषयो को चौकी प्रभारी उदयपाल ने गंभीरता से लिया
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रिपोर्ट : ओमप्रकाश उदैनिया
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उर ई (जालौन ): अनुशासन मे रहकर विद्या अध्ययन करने के साथ साथ नियम और कानून मे भी छात्रो को जानना चाहिये कहा मण्डी चौकी प्रभारी उदय पाल सिंह ने अपने क्षेत्रीय विद्यालय के छात्रो को उन्होंने यातायात, शांति व्यवस्था, व महिला सशक्तीकरण आदि विषयो पर गहरी जानकारी दी
इस दौरान पत्रकार एकता संघ के प्रदेश सचिव ओमप्रकाश उदैनिया, जिला उपाध्यक्ष आशीष समेले , प्रधानाचार्य रामगोपाल त्रिपाठी आदि और विद्यालय के छात्र उपस्थित रहे!
ओमप्रकाश उदैनिया ने बताया कि विद्यालयों में अनुशासनात्मक नियम और कानून सभी छात्रों के लिए बनाए गए हैं, उन्होंने उनमें से कुछ पर प्रकाश डाला:
- छात्रों को हमेशा स्कूल स्टाफ के साथ सम्मान से पेश आना चाहिए और अपने सहपाठियों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए।
- छात्र किसी भी प्रकार से विद्यालय की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। विद्यालय को यह अधिकार है कि छात्र द्वारा इस तरह के किसी भी नुकसान के लिए भुगतान कराया जाए।
- छात्र गंदगी नहीं फैलाएंगे और विद्यालय के मैदान को साफ रखेंगे।
- अस्वीकार्य व्यवहार के परिणामस्वरूप गंभीर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी, जिसमें अनियमित उपस्थिति, शैक्षणिक बेईमानी, और गृहकार्य की उपेक्षा, साथ ही साथ विघटनकारी व्यवहार, छेड़छाड़, और कर्मचारियों या साथी छात्रों के प्रति अपमानजनक व्यवहार शामिल है, लेकिन यह इन्हीं तक सीमित नहीं है।
- किसी भी प्रकार की बदमाशी या रैगिंग की जांच अनुशासनात्मक समिति द्वारा की जाएगी, जिसमें निष्कासन की संभावना और एक नकारात्मक आचरण प्रमाण पत्र होगा।
- किसी भी प्रकार की बदमाशी या रैगिंग की जांच अनुशासनात्मक समिति द्वारा की जाएगी, जिसमें निष्कासन की संभावना और एक नकारात्मक आचरण प्रमाण पत्र होगा
प्रधानाचार्य रामगोपाल त्रिपाठी ने कहा कि एक विद्यालय अपने स्वयं के नियमों, सामाजिक समायोजन और संस्कृति का पालन करता है। यह इस अर्थ में “कुल संस्था” का प्रतिनिधित्व करता है कि किसी भी सामाजिक संस्कृति से आने वाले किसी भी छात्र को विद्यालय के नियमों और विनियमन का पालन करना होगा और उस सीमित अवधि के लिए विद्यालय के विशिष्ट सामाजिक परिवेश को समायोजित करना होगा