विदेशों में मंदिर के लोकार्पण का जश्न मनाया जाएगा, दिए जलाए जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मंगलवार को महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर परियोजना का उद्घाटन करने जा रहे हैं। यहाँ उज्जैन में 856 करोड़ रुपये की लागत से तैयार महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे. ‘महाकाल लोक’ के भव्य प्रवेश द्वार नंदी द्वार के नीचे ‘मोली’ (पवित्र) धागों से ढका एक बड़े आकार का ‘शिवलिंग’ रखा गया है. प्रधानमंत्री आधिकारिक तौर पर मेगा कॉरिडोर के उद्घाटन को प्रतीकात्मक रूप से ‘शिवलिंग’ का अनावरण करेंगे. इस कॉरिडोर के खुलने के बाद मध्य प्रदेश के इस पवित्र शहर में पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद बनेगी ।जिससे स्थानीय लोगों का भी फायदा होगा

कॉरिडोर की लंबाई 900 मीटर से ज्यादा है. यहां 108 बलुआ पत्थर से तैयार स्तंभ बनाए गए हैं. इसके शीर्ष पर ‘त्रिशूल’ डिजाइन की गई है और भगवान शिव की ‘मुद्रा’ है. यहां देवता की कलात्मक मूर्तियों के साथ-साथ शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 53 प्रबुद्ध भित्ति चित्र भी हैं.यहां भगवान शिव के साथ-साथ उनके पूरे परिवार की प्रतिमाओं को स्थापित किया है।
महाकाल लोक के निर्माण से मंदिर का कुल क्षेत्रफल वर्तमान में 2.82 हेक्टेयर से बढ़कर 20 हेक्टेयर से भी ज्यादा हो गया है।

श्री महाकाल लोक के लोकार्पण की गूंज देश में ही नहीं वल्कि विदेशों में भी इसकी गूंज सुनाई देगी। भाजपा के विदेश संपर्क विभाग ने यूएसए, जर्मनी, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूके, यूएई, कनाडा, हालैंड, कुवैत सहित 40 देश को लोकार्पण कार्यक्रम दिखाने की व्यवस्था की गई है
विदेशों में मंदिर के लोकार्पण का जश्न मनाया जाएगा, दिए जलाए जाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी महाकाल मंदिर के गर्भगृह में ज्योतिर्लिग के दर्शन व पूजन-अर्चन भी करेंगे, किंतु जलाभिषेक नहीं कर पाएंगे, क्योंकि महाकाल मंदिर में शाम पांच बजे के बाद ज्योतिर्लिग का जलाभिषेक निषेध है। मंदिर के मुख्य पंडित घनश्याम पुजारी षोडशोपचार पूजन अर्थात सोलह प्रकार के द्रव्यों से राजाधिराज महाकाल का पूजन कराएंगे। तत्पश्चात प्रधानमंत्री कुछ देर गर्भगृह के सामने नंदी हाल में भी ध्यान करेंगे।


पूजा अर्चना करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी सड़क मार्ग से उज्जैन से इंदौर की ओर जाएंगे फिर इंदौर से दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे

 

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