भागवत कथा में सुनाया श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह प्रसंग, श्रद्धालुओं ने की पुष्पवर्षा

रिपोर्ट  : विवेक तिवारी  focusnews24x7 

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आपको बता दें झांसी जनपद के ग्राम सेसा में स्थित श्री काली माता मंदिर पर चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन कथा वाचक पंडित रामशरण शास्त्री जी महाराज ने श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह प्रसंग सुनाया।

श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण-रुक्मणी विवाह को एकाग्रता से सुना।

श्रीकृष्ण-रुक्मणि का वेश धारण किए बाल कलाकारों पर भारी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
श्रद्धालुओं ने विवाह के मंगल गीत गाए। प्रसंग में शास्त्री जी ने कहा कि रुक्मणी विदर्भ देश के राजा भीष्म की पुत्री और साक्षात लक्ष्मी जी का अवतार थी। रुक्मणी ने जब देवर्षि नारद के मुख से श्रीकृष्ण के रूप, सौंदर्य एवं गुणों की प्रशंसा सुनी तो उसने मन ही मन श्रीकृष्ण से विवाह करने का निश्चय किया।

भागवत कथा का मूल्य पाठ आचार्य पंडित प्रशांत चतुर्वेदी ने किया। पंडित सत्येंद्र शास्त्री, ऑर्गन पर गौतम शर्मा सिंगर, ढोलक पर वीर सिंह कुमार, पैड पर रामशंकर तिवारी रहे।

कथा की आरती पारीछत श्रीमती सरोज कुमारी एवं जागेश्वर दयाल नायक ने की।

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