क्राइम सीन रीक्रिएट करने के दिए टिप्स

 उरई  हत्या, लूट, राहजनी, पुलिस मुठभेड़ एवं चोरी के मामलों मैं अपराधियों को सजा दिलाने में वैज्ञानिक साक्ष्य अहम साबित होते हैं, लेकिन कई बार घटनास्थल को कवर करने में लापरवाही की वजह से वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाना मुश्किल हो जाता है। बुधवार को पुलिस लाइन में आयोजित कार्यशाला में थानेदारों को फोरेंसिक साक्ष्य जुटाने के तरीके बताए गए। इसके साथ ही क्राइम सीन रीक्रिएट करने के टिप्स दिए गए।

 अपराध नियंत्रण में वैज्ञानिक तरीकों का अहम भूमिका है, कई बार थानाध्यक्ष इसमें चूक कर जाते हैं। इसका फायदा अपराधियों की मिल जाता है। बुधवार को सीओ लाइन राम सिंह ने फील्ड यूनिट टीम के माध्यम से थानेदारों को आपराधिक घटनाओं में वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य संकलन, क्राइम सीन को सुरक्षित करने के संबंध में प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा कि अज्ञात शव मिलने, लूट, हत्या जैसे अपराधों में पुलिस की टीम घटनास्थल को कवर करते हुए चारों तरफ यली टेप लगाएंगे। इससे घटनास्थल सुरक्षित रहे वहां से किसी गुजरे नहीं, इसके बाद सबसे फोरेंसिक टीम को मौके बुलाया जाएगा, जिससे वैज्ञानिक साक्ष्य को समय रहते सुरक्षित किया जाए।

काँच जिले से आई फील्ड यूनिट की टीम ने प्रशिक्षण देते हुए बताया कि अपराध घटित होने की स्थिति में पुलिस का सबसे पहला काम मौके से सबूत एकत्रित करना होता है। यह तभी संभव है जब घटनास्थल पर लोगों की आवाजाही न हुई हो। इसके लिए पुलिस का काम घटनास्थल की सुरक्षित करना है। फील्ड यूनिट के प्रशिक्षकों ने बताया कि किस तरह से घटना स्थल को सुरक्षित रखा जाए।

 

सीओ शैलेंद्र कुमार वाजपेयी के निर्देशन में उरई रोड स्थित एक होटल में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ। सीओ ने बताया कि सर्किल के एट काँच, नदीगांव और कलिया थानों के प्रभारियों, थानेदारों और उपलब्ध

 

पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण देती फील्ड यूनिट की टीम जागरण

 

साक्ष्य जुटाने के लिए अपराध वाले स्थान को किया जाए सुरक्षित

 

पुलिस जवानों को फील्ड यूनिट के प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षण दिया। उन्हें बताया कि जब भी हत्या, चोरी, आत्महत्या जैसे गंभीर अपराध घटित होते हैं तो फील्ड यूनिट को मीके से सबूत एकत्रित करने होते हैं। इसके लिए जरूरी है कि अपराध घटित होने के तत्काल बाद घटनास्थल को सुरक्षित कर लिया जाए। प्रशिक्षकों ने घटनास्थल सुरक्षित करने की विधि भी बताई। इस दौरान कोतवाल नागेंद्र कुमार पाठक, अतिरिक्त निरीक्षक वीरेंद्र सिंह, एसआई सर्वेश कुमार सिंह, थानाध्यक्ष कैलिया नरेंद्र गौतम, थानाध्यक्ष नदीगांव उमाकांत ओझा, थानाध्यक्ष पट अवधेश सिंह चौहान सहित पुलिस के जवान मौजूद रहे।

Share.