मकर संक्रांति के दिन ऐसा क्या करे दान जो बनाये आपको धनवान
रिपोर्ट : विनय पचौरी focusnews24x7.com
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मकर संक्रांति के दिन यह दान आपको धनवान बना देगा क्या शक्ति है जो कि धन दौलत से भर देगा आपको
संक्रांति साल का एक ऐसा त्यौहार है जिस दिन पतंगे उड़ाई जाती हैं और तिल के लड्डू बनाए जाते हैं और दान दिया जाता है।लेकिन क्या हम जानते हैं कि दान देने के लिए संक्रांति का त्यौहार क्यों है क्यों इस दिन तिल का लड्डू और खिचड़ी का दान करते हैं इस दिन दान करने से क्या फल मिलता है इस दिन हमें कौन सी चीज दान करनी चाहिए और कौन सी नहीं
आज हम आपको इन सब के बारे में बताएंगे दोस्त मकर संक्रांति मनाने का असली महत्व है
इस दिन मात्र एक वस्तु दान करने से माता लक्ष्मी की कृपा आपके घर में हो जाती है आखिर क्या है वह चीज?
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जिससे कि श्री बागेश्वर बालाजी की कृपा आप पर सदा बनी रहे चलिए जानते हैं वह एक चीज का राज जब सूर्य मकर राशि से होकर उत्तरायण में जाता है तो भारत देश में इस दिन मकर संक्रांति मनाई जाती है।
गुड और तिल के लड्डू बनाते हैं और उनका दान भी करते हैं खिचड़ी का भी दान करते हैं और खिचड़ी बनाते हैं तथा इन सब के साथ हम अन्य 14 वस्तुओं को भी दान करते हैं लेकिन इनके पीछे जो कारण हैं वह किया है जिससे हमें दान करने का सही फल मिल सके।
तो बागेश्वर धाम के बालाजी सरकार ने मकर संक्रांति के बारे में कुछ ऐसी बातें बताएं जिनके कारण आपका यह त्यौहार ज्यादा खास और पवित्र बन सकता है।
मकर संक्रांति हर साल जनवरी माह की 14 और 15 तारीख को मनाई जाती है और यह दिन शास्त्रों में नहीं बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण होता है अगर सौरमंडल की तरफ देखा जाए तो इस दिन सूर्य कर्क और मकर रेखा से गुजरता हुआ उत्तरायण में प्रवेश करता है जिस वजह से मकर संक्रांति के बाद दिन बड़े और रातें छोटे होने लगती हैं जिसका असर हमारे काम व दिनचर्या पर भी पड़ता है ।
इसी के साथ घट धरती पर सूरज की रोशनी भी ज्यादा पड़ती है तो उस शीत ऋतु का असर भी कम हो जाता है ।
अगर शास्त्रों में देखा जाए तो बागेश्वर धाम वही भाग ईश्वर धाम सरकार के महंत पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भी बताया कि उत्तरायण का दिन पुराण के अनुसार इसलिए खास है क्योंकि इस दिन स्वयं महादेव और नारायण ने साथ में गंगा में स्नान किया था और इसलिए संक्रांति वाले दिन गंगा में किसी भी को नदी में स्नान शुभ माना जाता है
क्योंकि शास्त्रों में गंगा नदी को पापों को धोने वाली नदी माना जाता है और सूर्य के उत्तरायण के आने से नदियों का पानी गर्म होने लगता है जिससे शरीर तो शुद्ध होता ही है वही हमें बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है
वहीं दूसरी तरफ वैज्ञानिक की रिसर्च से यह बात साफ हो चुकी है कि गंगा नदी में स्नान करने से शरीर की बीमारियां खत्म हो जाती हैं क्योंकि गंगा के जल शरीर के लिए फायदेमंद होता हैं ।
आगे बागेश्वर धाम सरकार ने बताया जब महादेव व नारायण गंगा नदी में स्नान कर रहे थे तो लक्ष्मी ने उन्हें छुप कर देख लिया था और यह बात महादेव को पता चल गई थी इसलिए उन्होंने माता लक्ष्मी को यह वरदान दिया कि आपने हमें गुप्त रूप से स्नान करते हुए देख लिया है।
इसलिए आज से जो गुप्त रूप से लक्ष्मी का दान करेगा उसे कभी भी तन मन धन से परेशानी नहीं होगी और यही कारण है कि मकर संक्रांति के दिन तिल और गुड़ के लड्डू बनाए जाते हैं और किन लड्डुओं में पैसे भरकर मंदिरों में दान किया जाता है यही दान गुप्त दान होता है और जो भी गुड और तिल के लड्डू का दान करता है उस पर माता लक्ष्मी स्थाई रूप से अपनी कृपा करती हैं दान में आप कितने भी कम पैसे रखें लेकिन यह कम रखे पैसे ही आपकी किस्मत बदल देते हैं आगे बागेश्वर धाम सरकार ने कहा कि भूखे को भोजन कराना भी महादान होता है