एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत के पास गेहूं का भंडार कम है. इस दावे को डिपार्टमेंट ऑफ फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन ने रविवार को बयान जारी कर खारिज किया.

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गेहूं आयात की कोई योजना नहीं

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डिपार्टमेंट ऑफ फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन ने अपने बयान में कहा कि भारत में गेहूं आयात (Wheat Import) करने की कोई योजना नहीं है. हमारी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए देश में पर्याप्त स्टॉक (Stock) मौजूद है.

इसके अलावा भारतीय खाद्य निगम (FCI) के पास भी सार्वजनिक वितरण के लिए भंडार है. इस संबंध में जारी मीडिया रिपोर्टों में हीटवेव के कारण गेहूं उत्पादन (Wheat Production) पर असर पड़ने और स्टॉक कम होने के दावे किए गए थे.

गेहूं की फसल पर मौसम की मार
सरकार की ओर से ये जरूर माना गया कि इस साल की शुरुआत में गेहूं की फसल पर मौसम की मार पड़ी है. हीटवेव के कारण गेहूं की फसल को नुकसान भी हुआ है. इस सबके बाद भी कृषि मंत्रालय के अनुसार 2021-22 में अनुमानित करीब 106.84 मिलियन टन गेहूं की पैदावार हुई. पहले यह अनुमान 111 मिलियन टन जताया गया था.

मई से गेहूं के निर्यात पर रोक जारी
गौरतलब है कि भारत सरकार ने गेहूं के निर्यात (Wheat Export) पर रोक (Ban) लगा रखी है. रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia-Ukraine War) के साथ ही देश में बढ़ती गेहूं की कीमतों के मद्देनजर बीते 13 मई 2022 को सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए ये रोक लगाई थी.

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