उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी में आयोजित उत्तर क्षेत्रीय किसान मेला एवं प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर कई महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। सुने विस्तार से
रिपौँट : विनय पचौरी
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी में आयोजित उत्तर क्षेत्रीय किसान मेला एवं प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर कई महत्वपूर्ण बातें साझा कीं।
उन्होंने बताया कि यह विश्वविद्यालय देश का पहला कृषि विश्वविद्यालय है, जहां मोबाइल हेल्थ क्लीनिक वाहन उपलब्ध है, जिससे किसानों की समस्याओं का समाधान उनके खेतों पर ही हो जाता है।
शाही ने सोलर पंप योजना का उल्लेख करते हुए बताया कि झांसी जिले को 1,140 सोलर पंप प्रदान किए जाएंगे, जिससे बुंदेलखंड के किसान कृषि में लागत कम कर सकते हैं। उन्होंने बुंदेलखंड में औद्योगिक पार्क और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण की भी जानकारी दी, जो क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
कृषि मंत्री ने किसानों को दलहन, तिलहन, सब्जी, फल, फूल आदि लाभकारी फसलों की खेती अपनाने पर जोर दिया, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने विश्वविद्यालय और 27 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के बीच हुए समझौता ज्ञापन (एमओयू) का शुभारंभ भी किया। इसके अलावा, 150 किसानों को 300 मधुमक्खी के बक्से वितरित किए गए, जिससे शहद उत्पादन और परागण में वृद्धि होगी।
शाही ने विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यहां उन्नत तकनीकों के माध्यम से खेती की जा रही है, जिससे किसान नई जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने किसानों से वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाने और अपनी आय बढ़ाने का आह्वान किया।
कृषि मंत्री ने श्री अन्न (मिलेट्स) की खेती को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया, क्योंकि इसमें पोषक तत्वों की अधिकता के कारण इसकी मांग बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार श्री अन्न की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कर रही है, जिससे किसानों को लाभ हो रहा है।
इस अवसर पर, शाही ने विश्वविद्यालय में लगी प्रदर्शनी का निरीक्षण किया और श्री अन्न से बने विभिन्न उत्पादों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे उन्नत तकनीकों और फसलों को अपनाकर अपनी आय में वृद्धि करें और क्षेत्र के विकास में योगदान दें।