बस के द्वारा भीषण हादसा होते होते टला मामला
झांसी जिले के चिरगांव का मामला है जहां पर उरई से रोडवेज बस क्रमांक यूपी 11T 089 4 उरई डिपो उरई से झांसी की ओर जा रही थी और बस का ब्रेक काम नहीं कर रहा था और बस मेन रोड पर दो बाइकों के खरोचते हुए चली गई गनीमत रही कि कोई भी जनहानि नहीं हुई है बस में लगभग सवारियां भी बैठी हुई थी लोगों के शोर मचाने पर बस को रुकवाया गया और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर चालक धर्मेंद्र सिंह पुत्र भानु प्रताप एवं कंडक्टर को समझा-बुझाकर मामला शांत करवाया और इतने में देखते-देखते जाम की स्थिति पैदा हो गई पुलिस ने जाम को खुलवाया और बस को निकलवाया
आपको बता दें कि सरकारी बसों के अधिकतर यही हाल हैं
- जिसमें ना तो बस की अच्छी तरह से देखभाल होती है और ना ही इनमें इस बात का ध्यान रखा जाता है कि बस में कई सारे लोग सवार हैं
- क्या रोडवेज में यात्रियों को अपनी जान का खतरा भी हो सकता है इन लापरवाह चालक परिचालक की वजहों से
- और कंडक्टर द्वारा अधिकतर संभ्रांत यात्रियों के साथ अभद्र व्यवहार तक कर दिया जाता है जिसका कोई लिखित प्रमाण नहीं होता।
जिस से ज्ञात होता है कि कुछ मे इन्हें सभ्यता और सम्मान का ज्ञान ही नहीं होता है योगी शासन में मानवीय संस्कृति,मान सम्मान का ध्यान रखा जाता है फिर भी आगोश अभिमान में या तो ड्रग्स ,नशा मे होना भी एक कारण में आकर यह भी भूल जाते हैं कुछ लापरवाह चालक परिचालक की गाड़ी के अलावा भी सडक पर अन्य कार ,मोटरसाइकिल रोड पर छोटे अन्य वाहन भी चल रहे होते हैं
भाई योगी शासन है चालक परिचालक जी ध्यान देना ही होगा रोड की तरफ व यात्रियों के जान मान सम्मान की तरफ