मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से एक सवाल पूछा है. कि बंगाल के राज्यपाल रहते हुए आपके ममता बनर्जी से तनावपूर्ण रिश्ते रहे, फिर उपराष्ट्रपति चुनाव के दौरान उन्होंने अनुपस्थित रहने का फैसला कैसे कर लिया, ये कौन सा जादू था.
गहलोत बोले कि तीन सालों में ऐसा कोई दिन नहीं था जिस दिन आप दोनों की चर्चा ना हुई हो. लेकिन जब आप उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बने, ममता बनर्जी ने आप को जिताने के लिए अनुपस्थित रहना स्वीकार किया, ये कैसा जादू आपने किया, जादूगर तो मैं हूं, लेकिन मुझसे बड़े जादूगर आप निकले.
अब जगदीप धनखड़ उप राष्ट्रपति बन गए हैं. वे अशोक गहलोत के कहने पर उनके रात्रि भोज में भी शामिल हुए हैं.
उस रात्रि भोज में सभी विपक्षी दलों के नेता, विधायकों को निमंत्रण भेजा गया है.
यहां ये जानना भी जरूरी हो जाता है कि अशोक गहलोत विपक्ष के नेता जरूर हैं लेकिन उनके जगदीप धनखड़ और उनके परिवार से अच्छे संबंध रहे हैं.