एरच, नगर बेतवा नदी के किनारे बसा हुआ और प्राचीन काल में ‘एरिकच्छ’ या ‘एरकच्छ’ से 

■ एरच में भगवान नरसिंह का एक प्राचीन मंदिर भी

एरच, उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में स्थित एक ऐतिहासिक नगर है, जिसका इतिहास सदियों पुराना है। यह नगर बेतवा नदी के किनारे बसा हुआ है और प्राचीन काल में ‘एरिकच्छ’ या ‘एरकच्छ’ के नाम से जाना जाता था।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, एरच को दैत्यराज हिरण्यकश्यप की राजधानी माना जाता है।
यहां के डिकौली गांव में स्थित डेकांचल पर्वत से हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र भक्त प्रह्लाद को बेतवा नदी में फेंकने का प्रयास किया था, जिसे प्रह्लाद कुंड के नाम से जाना जाता है।
इसके अलावा, एरच में भगवान नरसिंह का एक प्राचीन मंदिर भी स्थित है, जो इस कथा से जुड़ा हुआ है।

स्थानीय इतिहासकार और संस्कृति कर्मी हरगोविंद कुशवाहा एरच को विश्व पर्यटन मानचित्र पर लाने और इसे तीर्थ स्थल घोषित करने के लिए प्रयासरत हैं।
उनका मानना है कि एरच का समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर इसे एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल के रूप में स्थापित करने के योग्य बनाते हैं।

हर वर्ष होली के अवसर पर एरच में ‘होली एरच महोत्सव’ का आयोजन किया जाता है, जिसमें बुंदेली सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन होता है। यह महोत्सव एरच की सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देने और इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने में सहायक है।

हरगोविंद कुशवाहा के प्रयासों से एरच की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने और इसे तीर्थ स्थल के रूप में मान्यता दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। उनकी यह पहल एरच को विश्व पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने में सहायक सिद्ध हो सकती है।

एरच, उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में स्थित एक ऐतिहासिक नगर है, जिसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व अत्यंत समृद्ध है। स्थानीय विधायक जवाहर लाल राजपूत ने भी एरच को पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण पहल की है। उनके प्रयासों से ‘होली एरच महोत्सव 2025’ का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें उन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और शोभायात्रा के साथ महोत्सव का उद्घाटन किया।

इसके अतिरिक्त, विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर झांसी में आयोजित एक कार्यक्रम में विधायक जवाहर लाल राजपूत ने पर्यटन विकास के लिए 78 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने एरच में विश्व के पहले भक्त प्रहलाद मंदिर की स्थापना की योजना पर भी चर्चा की, जो इस क्षेत्र के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने में सहायक होगी।

इन पहलों के माध्यम से विधायक जवाहर लाल राजपूत एरच की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने और इसे विश्व पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।

 

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