अस्पताल में पेयजल किल्लत को देखते हुए सीएमएस डा.जे.जे.राम ने कैम्पस में लगे वाटर कूलरों को कराया ठीक ।

उरई(जालौन)। जिला चिकित्सालय (पुरुष) में आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को अब मोल का पानी नहीं खरोदना पड़ेगा। घर से भी उन्हें पानी लाने की जरुरत नहीं पड़ेगी।

अस्पताल में पेयजल किल्लत को देखते हुए सीएमएस डा.जे.जे.राम ने कैम्पस में लगे वाटर कूलरों को ठीक करा दिया गया है आकस्मिक विभाग, पर्चा काउंटर ,ब्लड बैंक ,जीरिया ट्रिक विभाग ,अल्ट्रासाउंड के पास वाटर कूलर सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं।तथा मरीजों को शीतल पेयजल उपलब्ध कराए जाने हेतु चार वाटर कूलर नए क्रय किए गए हैं।

काफी समय से जिला पुरुष अस्पताल में पेयजल संकट बना हुआ था। इस समस्या को लेकर सीएमएस गंभीर थे और उन्होने लगभग 3 साल से बन्द पड़े आरओ वाटर प्लांट को फिर से चालू कराने के लिए स्थानीय मिस्त्रियों को बुलाकर सुधरवाया। गर्मियां शुरु होते ही अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को पानी की किल्लत महसूस होने लगी है।

इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए सीएमएस डा. जे. जे. राम ने 5 वाटर कूलरों को पूरी तरह से ठीक करा दिया है और 4 नए वाटर कूलर क्रय किए गए है।

अब वाटर कूलर एकदम चालू हालत में आ चुके है और पानी फेंक रहे। एक पर्चा काउंटर और दूसरा इमरजेन्सी यानि ट्रामा सेण्टर के बगल में स्थापित है। तीसरा वाटर कूलर वार्ड के आंगन में लगा है।

चौथा जीरिया ट्रिक विभाग में और पांचवा अल्ट्रासाउंड के पास लगा हुआ है।सीएमएस ने अस्पताल कैम्पस एवं वार्डों में भ्रमण करके इस बात की तसल्ली की है। उन्होने बताया कि आधा दर्जन क वाटर कूलर चालू होने से मरीजों अथवा तीमारदारों को पीने के पानी के लिए इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा।

चिकित्सालय के समस्त वार्डों में ग्रीष्म ऋतु के दृष्टिगत एसी और कूलर को लगाकर मरीजों को सुविधा दी जा रही है। तथा हीट वेव दृष्टिगत समस्त वार्डों के बाहर ग्रीष्म ऋतु में पानी के कंटेनर व गिलास और ORS घोल उपलब्ध कराया जाएगा।

 

 

संचारी रोग से ग्रस्त मरीजों के लिए संचारी रोग वार्ड की स्थापना कर वार्ड में 10 बेड उपलब्ध कराए गए हैं और हीट वेव के लिए इमरजेंसी विभाग में कोल्ड स्विचिंग के लिए टव रखा गया है तथा एसी सुचारू रूप से काम कर रहे हैं।

डा जे जे राम

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

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