- पशु अस्पताल अपनी दुर्दशा पर क्यो बहा रहा आंसू जाने पशु चिकित्सक पूंछ से
- जिला स्तरीय अधिकारियों से पशु अस्पताल में व्याप्त समस्याओं को दुरुस्त कराने की मांग
रिपोर्ट : विवेक तिवारी focusnews24x7
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पूंछ कस्बा में पशुओं उपचार के लिए खोला गया पशु अस्पताल अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। अस्पताल में बिजली, पानी बाउंड्री वाल एवं पर्याप्त कर्मचारी नहीं है ।
पशु अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर भरत सक्सेना ने बताया कि
- अस्पताल के चारों तरफ बनी बाउंड्रीवाल क्षतिग्रस्त है।
- दरवाजे टूटे पड़े हैं।
- बिजली का कनेक्शन ना होने की वजह से बिजली व्यवस्था नहीं है।
- इसके अलावा पर्याप्त स्वास्थ्य कर्मचारी नहीं है। पशु अस्पताल में डॉक्टर साहित 5 कर्मचारियों की तैनाती है।
- लेकिन सिर्फ 2 कर्मचारी ही तैनात है।
- दो फार्मासिस्ट एवं एक स्वीपर की कमी है।
- फार्मासिस्ट ना होने की वजह से दवाइयों की व्यवस्था ठीक तरह से नहीं चल पाती है।
- टीका करण के लिए आइसबॉक्स की जरूरत
पूंछ,समथर एवं एरच के लिए सिर्फ एक फरमासिस्ट अनवर खान है जो तीनों जगह के पशु अस्पतालों में दवाइयां उपलब्ध कराता है। बाउंड्री वॉल टूटी होने की वजह से अन्ना जानवर परिसर में घुसे रहते हैं। जिसकी वजह से गंदगी रहती है। स्वीपर ना होने की वजह से अस्पताल के कमरों एवं परिसर की साफ सफाई नहीं हो पाती है। बिजली की व्यवस्था अस्पताल में नहीं है, जिसकी वजह से कोई भी कर्मचारी रात में पशु अस्पताल में नहीं रुकता है। इसके अलावा जरूरी दवाइयां भी नहीं रख पाते हैं। अनेक पशुओं की दवाई टीका करण के लिए आइसबॉक्स की जरूरत होती है। जो बिजली से चलता है। बिजली ना होने की वजह से टीकाकरण की दवाइयां नहीं रख पाते हैं। पशु अस्पताल में ग्रामीण क्षेत्र के गाय एवं भैंस का कृतिम गर्भाधान किया जाता है ।बधिया करण, टीकाकरण आदि की सुविधा दी जाती है। डॉ भरत सक्सेना ने जिला स्तरीय अधिकारियों से पशु अस्पताल में व्याप्त समस्याओं को दुरुस्त कराने की मांग की है।