प्रदेश सरकार की मांग पर केंद्र सरकार महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में प्रवेश करने पर सभी सात टोल प्लाज पर टैक्स नहीं लेगी।

महाकुंभ को भव्य, दिव्य और नव्य बनाने में जुटी डबल इंजन की सरकार इस बार भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है।
प्रदेश सरकार की मांग पर केंद्र सरकार महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में प्रवेश करने पर सभी सात टोल प्लाज पर टैक्स नहीं लेगी।

इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की ओर से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
दो दिन पहले विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने प्रयागराज आए एनएचएआइ के चेयरमैन संतोष यादव से भी मेला प्रशासन व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने गंभीर चर्चा की थी।

महाकुंभ 2025 में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया गया है।
उसी के मुताबिक शहर तथा संगम की रेती पर बसने वाली तंबुओं की नगरी में व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं। माना जा रहा है कि सबसे ज्यादा श्रद्धालु वाहनों से आएंगे।

मेला प्रशासन और जिला प्रशासन के एक अनुमान के अनुसार 55 प्रतिशत से ज्यादा श्रद्धालु कार-जीप के अलावा बसों, ट्रकों, ट्रैक्टरों से आएंगे।
जबकि लगभग 45 प्रतिशत श्रद्धालु रेलवे, रोडवेज बसों तथा प्लेन से आएंगे।
महाकुंभ के लिए रेलवे लगभग 1200 ट्रेनें तो रोडवेज सात हजार बसों का संचालन करेगा।

महाकुंभ के दौरान 45 दिन तक चित्रकूट राजमार्ग पर उमापुर टोल प्लाजा,
रीवा राजमार्ग पर गन्ने टोल,
मीरजापुर मार्ग पर मुंगारी टोल, वाराणसी मार्ग पर हंडिया टोल, कानपुर मार्ग पर कोखराज टोल, लखनऊ राजमार्ग पर अंधियारी टोल, अयोध्या राजमार्ग पर मऊआइमा टोल पर
श्रद्धालुओं के वाहनों से टोल नहीं लिया जाएगा।

इस बार भी महाकुंभ मेला के दौरान निजी वाहनों से आने वाले श्रद्धालुओं से टोल टैक्स नहीं लिया जाएगा।
यह छूट पूरे महाकुंभ की अवधि तक रहेगी। इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है।
पिछले कुंभ 2019 में भी टोल टैक्स नहीं लिया गया था। -विजय किरन आनंद, महाकुंभ मेलाधिकारी

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