असम के मुख्यमंत्री ने मदरसों के लिए सख्ती दिखाई है। उन्होंने कहा है कि हाल ही में असम के बरपेटा जिले में एक निजी मदरसे को गिरा दिया गया था। जांच में पता चला है कि यहां आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही थी। पढ़ाई-लिखाई नहीं होती थी।

सरमा ने कहा कि असम में अब तक ऐसे दो मदरसों को गिराया जा चुका है।

हाल ही में असम के बरपेटा जिले में एक निजी मदरसे को गिरा दिया था। पुलिस के मुताबिक मदरसा सरकारी जमीन पर बना था और यहां आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही थी। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया था। CM सरमा ने कहा, ‘जांच में पता चला है कि मदरसे में अल कायदा का ट्रेनिंग कैंप चल रहा था। यहां पढ़ाई-लिखाई नहीं होती थी।’

4 अगस्त को निजी मदरसे पर चला था बुलडोजर
असम के मोरीगांव जिले में 4 अगस्त को सारुल्लाह बांग्ला और AQIS संगठन से कनेक्शन के आरोप में प्रशासन ने पहली बार कार्रवाई की थी।
हिमंत ने कहा था- धार्मिक शिक्षा के लिए मदरसे जरूरी नहीं
23 मई को दिल्ली में एक कार्यक्रम में हिमंत ने कहा था कि देश में जब तक मदरसे रहेंगे, तब तक बच्चे इंजीनियर और डॉक्टर बनने के बारे में नहीं सोच पाएंगे। सरमा ने इस दौरान कहा था कि अगर आप बच्चों को धर्म से जुड़ी शिक्षा देना चाहते हैं तो घर पर दें, उसके लिए मदरसे का होना जरूरी नहीं है।
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