27 सितंबर से शुरू होने वाले इस मुकाबले मे भारतीय टीम टेस्ट खेलेगी।पिच में काफी बदलाव देखने को मिल सकता है
27 सितंबर से शुरू होने वाले इस मुकाबले के लिए पिच में काफी बदलाव देखने को मिल सकते हैं और यह चेन्नई की पिच से काफी अलग होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, काली मिट्टी वाली पिच तैयार की जा रही है, जबकि पहले टेस्ट लाल मिट्टी की पिच थी
भारत ने कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में 23 टेस्ट खेले हैं।
इस मैदान पर पहला टेस्ट 1952 में भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया था।
उस मैच में इंग्लिश टीम ने आठ विकेट से जीत हासिल की थी।
भारत ने 23 में से सात टेस्ट में जीत दर्ज की है, जबकि तीन में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। 13 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं।
भारत कानपुर में 51 साल से कोई टेस्ट नहीं हारा है।
यूपीसीए के सीईओ अंकित चटर्जी ने अखबार को बताया, ‘पीडब्ल्यूडी ने कुछ मुद्दे उठाए हैं और हम इस बात पर सहमत हुए हैं कि हम बालकनी-सी के सभी टिकट नहीं बेचेंगे।
हमें स्टैंड के केवल 1700 टिकट बेचने के लिए कहा गया है, जिसकी क्षमता 4,800 है।
मरम्मत का काम अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा।’ स्थिति इतनी गंभीर है कि इंजीनियरों के एक समूह ने बालकनी-सी स्टैंड पर काफी समय बिताया और उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) को मैच के दौरान इसे बंद करने की चेतावनी भी दी।