धर्म का मार्ग कांटों से भरपूर है पर धर्म की ही जीत होती है कहां कथा दौरान साध्वी मिथिलेश्वरी दीक्षित ने
भगवान श्री सदानंदेश्वर मंदिर प्रांगण में श्रीमद् भागवत कथा दौरान साध्वी मिथिलेश्वरी दीक्षित चित्रकूट धाम के मुखारविंद से चल रही श्री रामचरितमानस कथा दौरान परीक्षित बने तिवारी परिवार के साथ सभी श्रोताओं को संदेश दिया कि धर्म का मार्ग कठिन है पर इस मार्ग पर चलने वाले पथिक को भक्ति, सेवा और दया के भावों की छाया मिलती है।
।हमारे धर्म ग्रंथ हमारे जीवन को श्रेष्ठ बनाने का माध्यम होते है।
प्रत्येक मनुष्य अपने मन में मानवीयता के भावों को आत्मसात कर ले तो समूचे संसार का स्वरूप ही बदल सकता है।
श्री सदानंदेश्वर मंदिर प्रांगण में आयोजित भागवत कथा के दौरान साध्वी मिथिलेश्वरी दीक्षित चित्रकूट धाम ने कर्म को प्रधान बताते हुए जीवन में निस्वार्थ भक्ति और सेवा की महत्ता बताई।