मैनपुरी, रामपुर खतौली उपचुनाव पर पूरे देशभर की निगाहें
रिपोर्ट : विनय पचौरी focusnews24x7.com
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- आजम खान और विक्रम सैनी को कोर्ट से सजा मिलने के चलते रामपुर और खतौली सीट पर उपचुनाव
- सपा के लिए रामपुर और मैनपुरी सीट को बचाए रखना एक चुनौती है।
- डिंपल यादव को मैदान में उतारकर सैफई परिवार की साख दांव पर लगी
- डिंपल यादव को बस अब जनता का भरोसा।
- खतौली सीट पर बीजेपी ने विक्रम सैनी की पत्नी राजकुमारी सैनी
उत्तर प्रदेश के नगर निकाय और लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले होने वाले मैनपुरी, रामपुर खतौली उपचुनाव पर पूरे देशभर की निगाहें टिकी हुई है।
मैनपुरी लोकसभा सीट पर मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद यह उपचुनाव हो रहा है. आजम खान और विक्रम सैनी को कोर्ट से सजा मिलने के चलते रामपुर और खतौली सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं. सपा के लिए रामपुर और मैनपुरी सीट को बचाए रखने की चुनौती है तो खतौली सीट के साथ-साथ बाकी दो सीटें पर बीजेपी अपनी झोली में डालना चाहती है.
मैनपुरी सीट पर सपा ने डिंपल यादव को मैदान में उतारकर सैफई परिवार की साख दांव पर लगा रखी है तो बीजेपी ने पूर्व सांसद रघुराज शाक्य पर दांव लगाया है. रामपुर विधानसभा सीट पर सपा ने आजम खान के करीबी आसिम रजा को उतारा है तो बीजेपी से आकाश सक्सेना चुनाव लड़ रहे हैं. खतौली सीट पर बीजेपी ने विक्रम सैनी की पत्नी राजकुमारी सैनी पर दांव लगाया जबकि आरएलडी ने मदन भैया को उतारा है. उपचुनाव में सपा और आरएलडी एकजुट हैं तो दलित नेता चंद्रशेखर आजाद और जेडीयू का भी समर्थन उन्हें प्राप्त है।