सैटेलाइट से अवैध खनन वाले क्षेत्रों की निगरानी की जाएगी-CM

लखनऊ अवैध खनन भू माफिया शिकायतों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीर रुख अख्तियार किया है

CM के निर्देश पर भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग,

बड़े स्तर पर टेक्नोलॉजी के उपयोग से अवैध खनन पर प्रभावी अंकुश,लगाने की तैयारी में है,

सैटेलाइट से अवैध खनन वाले क्षेत्रों की निगरानी की जाएगी-CM

अवैध खनन में लगे वाहनों को वीटीएस प्रणाली के जरिए ट्रैक किया जाएगा,

यही नहीं ईंट भट्ठों को भी रिमोट सेंसिंग के जरिए चिह्नित किया जाएगा।

अवैध खनन की आसमान से निगरानी करेगी यूपी सरकार, मिट्टी-मौरंग, बालू की लूट के दिन लदेंगे

लखनऊ अवैध खनन भू माफिया शिकायतों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीर रुख अख्तियार किया है।

CM के निर्देश पर भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग बड़े स्तर पर टेक्नोलॉजी के उपयोग से अवैध खनन पर प्रभावी अंकुश,लगाने की तैयारी में है

सैटेलाइट से अवैध खनन वाले क्षेत्रों की निगरानी की जाएगी-CM

अवैध खनन में लगे वाहनों को वीटीएस प्रणाली के जरिए ट्रैक किया जाएगा

यही नहीं ईंट भट्ठों को भी रिमोट सेंसिंग के जरिए चिह्नित किया जाएगा।

इसलिये अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए योगी सरकार उच्च तकनीक का इस्तेमाल करने जा रही है।
जिन इलाकों में अवैध खनन होता है उनकी निगरानी सैटेलाइट से होगी और अवैध खनन वाले वाहनों को वीटीएस (VTS) तकनीक से ट्रैक किया जाएगा

इसके अलावा ईंट भट्ठों की भी रिमोट सेंसिंग के जरिये चिन्हित किया जाएगा. साथ ही प्रवर्तन कार्यों के लिए यूनिफॉर्म का भी प्रस्ताव है।यानी अब यूपी में अवैध रूप से मिट्टी, मौरंग और बालू की लूट के दिन लदने वाले हैं।

क्या होती है पद्धति रिमोट सेंसिंग जानिये आपको बताते चले कि एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा किसी वस्तु या व्यक्ति से भौतिक संपर्क स्थापित किए बगैर उसके बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है. यह तकनीक विभिन्न प्रकार की ऊर्जा तरंगों और माइक्रोवेव का अपयोग करके डेटा एकत्रित करती है.

व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम यानी VTS से उपखनिज को लाने जे जाने वाहनों की रियल ट्राइम ट्रैकिंग मुमकिन हो सकेगी।
यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि वाहन पर ई- अभिवहन प्रपत्र तभी जारी हो जब वह खनन क्षेत्र के लिए जियो फेंस एरिया में प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित हो।
बता दें कि वीटीएस प्रणाली को लागू करने के लिए यूपीडेस्कों से प्रस्ताव पारित हो गया है.

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