मुहम्मदाबाद के रामजानकी मंदिर परिसर में बुंदेलखंड स्तरीय दिवारी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जहां परंपरा और कला का अद्भुत संगम देखने को मिला। बुधवार को आयोजित इस प्रतियोगिता का शुभारंभ उत्साहपूर्ण माहौल में हुआ, जिसमें सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया।

प्रतियोगिता की शुरुआत मुहम्मदाबाद के कप्तान नवल किशोर यादव की टीम द्वारा दीवारी नृत्य की प्रस्तुति से हुई। टीम ने लाठियों का ऐसा बेहतरीन संतुलन और तालमेल दिखाया कि दर्शक आश्चर्यचकित रह गए। इसके बाद भानू अहिरवार की टीम ने गिल्ला मिलान और पिरामिड बनाकर अपनी कला का प्रदर्शन किया, जिसे देखकर दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया।

प्रतियोगिता के उद्घाटनकर्ता सुबोध राजपूत ने इस अवसर पर कहा कि ऐसे आयोजन युवा पीढ़ी को हमारी समृद्ध परंपराओं से जोड़ते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पर्वों के उपलक्ष्य में इस तरह के कार्यक्रम होते रहने चाहिए, ताकि पुरानी सांस्कृतिक धरोहर का जोश और उत्साह बरकरार रहे।

 

प्रतियोगिता में रेफरी की भूमिका रामदास राजपूत और मधुर ने निभाई, जबकि कमेंट्री मंच से कृष्ण दत्त तिवारी ने पूरे आयोजन को जोशीला और रोचक बना दिया। आयोजक समिति के अथक प्रयासों और ग्रामीणों की सक्रिय उपस्थिति से यह आयोजन अत्यंत सफल और यादगार साबित

हुआ।

 

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