आज उरई में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित पीसीएस प्री और आरओ/एआरओ परीक्षाओं को लेकर छात्रों ने कैंडल मार्च निकालते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। इस मौके पर छात्रों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें परीक्षाओं को एक ही दिन और एक ही शिफ्ट में आयोजित करने की मांग की गई। छात्रों ने कहा कि वर्तमान में आयोग की परीक्षा प्रणाली, जिसमें कई शिफ्टों में परीक्षाएं आयोजित होती हैं और नार्मलाइजेशन प्रणाली अपनाई जाती है, छात्रहित में नहीं है और इसमें सुधार की आवश्यकता है।

छात्रों की मुख्य मांगें हैं:

1. एक दिन – एक शिफ्ट में परीक्षा आयोजित हो।

2. नार्मलाइजेशन प्रणाली को समाप्त किया जाए, ताकि सभी छात्रों को समान अवसर मिल सके।

3. परीक्षाएं निष्पक्ष तरीके से और प्रदेश के सभी जिलों में आयोजित हों।

4. आयोग द्वारा शीघ्र पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए एक स्पष्ट नोटिस जारी किया जाए।

प्रदर्शन के दौरान छात्रों के हाथों में विरोध संदेशों से सजी तख्तियां और पर्चे दिखाई दिए। छात्रों ने चेतावनी दी कि जब तक आयोग द्वारा परीक्षा प्रणाली में बदलाव और नार्मलाइजेशन नीति को समाप्त करने का आदेश जारी नहीं किया जाता, वे शांत नहीं बैठेंगे। इस विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से अंकित दुबे, शिवम त्रिपाठी, अंशुल पटेल, आशुतोष वर्मा, निखिल, दीपक श्रीवास्तव और कई अन्य छात्र सक्रिय रूप से शामिल रहे।

छात्रों का यह प्रदर्शन प्रदेश के कई अन्य शहरों में भी जारी है, और यह साफ संकेत देता है कि वे इस मुद्दे पर अपनी आवाज को सुनवाने के

लिए प्रतिबद्ध हैं।

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