पशुओं को लंपी स्किन डिजीज के प्रकोप से बचाएं

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1962 नंबर पर कॉल करने पर किसान के घर एक घंटे में मोबाइल वेटनरी पहुंची


रिपोर्ट : ओमप्रकाश  उदैनिया 

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जिलाधिकारी चाँदनी सिंह ने लम्पी स्किन डिजीज (एल. एस. डी.) का प्रकोप को दृष्टिगत रखते हुए आज कलेक्ट्रेट परिसर से पशु विभाग की 03 मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट वाहन को हरी झंडी दिखाकर जन जागरूकता हेतु रवाना किया।

जिलाधिकारी चाँदनी सिंहने कहा कि लम्पी रोग के रोकथाम एवं बीमारी की विभीषिका के दृष्टिगत टीकाकरण आदि कार्य प्रभावित क्षेत्रों के साथ-साथ एहतियात के रूम में निकटवर्ती क्षेत्रों में भी सघन अभियान के रूप में पशुपालन विभाग द्वारा कार्य किया जाएगा।

जिले  में पशुओं पर कुछ जगह लंपी स्किन डिजीज (एलएसडी) का प्रकोप देखा गया है। ऐसे में क्षेत्र के किसान अपने पशुओं की देखभाल में सावधानी बरतें। यह संक्रामक बीमारी है। पशु में इस बीमारी के लक्षण दिखे तो पशुओं को एहतियात के तौर पर एक दूसरे से दूर रखना जरूरी है।

उन्होंने पशुपालकों से अपील करते हुए कहा है कि पशुपालक रोग प्रभावित क्षेत्र से पशु ना खरीदें। यह गौवंश और भैंसों को प्रभावित करने वाली एक संक्रामक, छूत और आर्थिक महत्व की बीमारी है। यह चमड़ी और शरीर के अन्य भागों में गांठ बनने के उपरान्त फटने से बने घावों के कारण कभी-कभी घातक भी हो सकती है।

जिले में मोबाइल वेटनरी यूनिट की सुविधा दी जा रही है. 1962 नंबर पर कॉल करने पर किसान के घर एक घंटे में मोबाइल वेटनरी पहुंच जाएगी. जिसमें उपचार के लिए एक डॉक्टर, दो कंपाउंडर होगा. वहीं, जरूरत पड़ने पर उसे वाहन से अस्पताल भिजवाने का भी काम करेंगे

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